लखनऊ:प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने गुरुवार को शाम राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. महिलाओं और दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं. सरकार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने योगी सरकार पर किसानों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया.
योगी राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल : शिवपाल यादव - यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर योगी पर बरसे शिवपाल
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने योगी सरकार पर हमला किया है. उनका कहना है कि योगी सरकार कानून व्यवस्था के मामले में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में प्रसपा किसी न किसी पार्टी से गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी.
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र में स्थित नटकुर गांव में गेस्ट हाउस का उद्घाटन करने पहुंचे. यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव के लिए वो अपनी पार्टी को सभी जिलों में मजबूत कर रहे हैं. उनका कहना है कि 2022 के चुनाव में वे किसी न किसी पार्टी से गठबंधन करेंगे, इसमें सपा का नाम पहले नंबर पर है.
भाजपा सरकार को बताया पूरी तरह फेल
कानून व्यवस्था के सवाल पर शिवपाल सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार कानून व्यवस्था के मामले में पूरी तरह से फेल साबित हुई है. सूबे में लगातार महिलाओं व दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहा है. योगी सरकार पर अफसरशाही हावी हो गई है, यूपी में मनमाने ढंग से अफसर काम कर रहे हैं, इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
पूंजीपतियों की सरकार
शिवपाल यादव ने बताया कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों की सरकार है गरीबों व किसानों से उसका कोई लेना-देना नहीं है. एक तरफ तो जहां प्रदूषण फैलाने के नाम पर किसान को पराली जलाने पर सजा दी जा रही है. वहीं बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां जो धुआं फैला रही, उस पर यह सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता अब भाजपा सरकार को अच्छी तरह जान गई है कि यह सरकार गरीबों मजदूरों की हितैषी नहीं है. यह पूंजी पतियों की सरकार है अब जनता ने मन बना लिया है कि इस सरकार को उखाड़ फेंकना है.