लखनऊःलखनऊ में शनिवार को हुईऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की अहम बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इस बैठक में शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष का भी चुनाव कर लिया गया है. इसके अलावा जनसंख्या नियंत्रण बिल, कॉमन सिविल कोड और शाह सलमान के हिंदुस्तान दौरे पर भी बोर्ड ने अपना रुख साफ कर दिया है. बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि सऊदी अरब के शाह सलमान 14 नवंबर को हिंदुस्तान आ रहे हैं, जिसके चलते शिया पर्सनल लॉ बोर्ड जन्नतुल बकी की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा.
सायम मेहंदी बने बोर्ड के दुबारा अध्यक्ष
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपनी अहम बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष का भी चुनाव कर लिया है. मौलाना सायम मेहंदी को बोर्ड की बैठक में तमाम सदस्यों की मौजूदगी और उनकी सर्वसम्मति से शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का दोबारा अध्यक्ष चुन लिया गया है. गौरतलब है कि बोर्ड के अध्यक्ष का चुनाव हर तीसरे वर्ष होता है.
यूनिफॉर्म सिविल कोड का हुआ विरोध
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में यूनिफॉर्म सिविल कोड का भी जमकर विरोध देखने को मिला. शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर सदस्यों की असहमति जताते हुए कहा कि कॉमन सिविल कोड हमारे पर्सनल में हस्तक्षेप है. लिहाजा शिया पर्सनल लॉ बोर्ड कॉमन सिविल कोड को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगा.
इसके अलावा मौलाना यासूब अब्बास ने मदरसों के सर्वे पर भी बयान देते हुए कहा कि सरकार मदरसों का सर्वे कराए, इसमें कोई हर्ज नहीं है, लेकिन इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि मदरसों का देश की आजादी में अहम योगदान रहा है. लिहाजा मदरसों पर सियासत नहीं होना चाहिए.