लखनऊ:जिले में सऊदी अरब सरकार के खिलाफ एक बार फिर शिया समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया. तकरीबन 100 वर्ष पूर्व सऊदी अरब देश में हजरत फातिमा की मजार को ढाहने को लेकर शिया समुदाय पिछले कुछ वर्षों से लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे है. शिया समुदाय प्रदर्शन में भारत सरकार से सऊदी सरकार पर दबाव बनाने का आह्वान करता है. लखनऊ के शहीद स्मारक पर मौलाना यासूब अब्बास की अगुवाई में शिया मुसलमानों ने जमकर नारेबाजी की और सऊदी अरब के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया.
लखनऊ में सऊदी अरब सरकार के खिलाफ शिया समुदाय का विरोध प्रदर्शन
लखनऊ में शिया समुदाय ने सऊदी अरब देश में हजरत फातिमा की मजार को ढहाने को लेकर प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की भारत सरकार सऊदी सरकार पर दबाव बनाकर जन्नत उल बक़ी को तामीर कराने की बात करें.
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि सऊदी अरब मदीना मुनव्वरा में रसूले इस्लाम की बेटी व चार इमामों के मज़ारों को 100 वर्ष पूर्व आले सऊद ने ध्वस्त कर दिया था. जिसको लेकर शिया समुदाय में रोष है. जिसके लिए हर साल पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किए जाते हैं और हिन्दुस्तान की सरकार से यह मांग की जाती है, वो सऊदी हुकूमत पर अपना दबाव बनाकर जन्नत उल बक़ी को तामीर कराने की बात करें. मौलाना ने कहा कि भारत सरकार हिन्दुस्तान के शियों को रौज़ा तामीर कराने की इजाज़त दिलवाए.
गौरतलब हैं, इस साल जन्नतुल बकी के ध्वस्तीकरण को 100 वर्ष पूरे हो गए हैं. जिसको लेकर लखनऊ में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया और शिया समुदाय की ओर से भारत के प्रधानमंत्री को पत्र भेजा गया. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से शामिल होने वालों में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना साएम मेहंदी नक़वी, मौलाना जाफ़र अब्बास, मौलाना फ़राज़ वास्ती, मौलाना अली जाफ़र, मौलाना शादाब काज़मी, मौलाना अली रिज़वान, मौलाना इंतेज़ाम हैदर, मौलाना इमदाद इमाम, मौलाना मेहंदी इफ़्तेख़ारी, मौलाना मीसम ज़ैदी, मौलाना मुत्तख़ी ज़ैदी, मौलाना मुस्लिम, मौलाना एजाज़ अब्बास, मौलाना सदफ़ जौनपुरी, एजाज़ ज़ैदी, हसन मेंहदी (झब्बू) समैत बड़ी संख्या में क़ौमी संस्थाएं व शहर की अंजुमनें शामिल रही.
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