लखनऊ : आधुनिक भारत के निर्माता और देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 132वीं जयंती पर अल्पसंख्यक कांग्रेस ने अपने 'स्पीक अप' कार्यक्रम में 'नेहरू क्यों जरूरी हैं' विषय पर संवाद किया.
कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने कहा कि संघ परिवार और भाजपा जिस तरह का अल्पसंख्यक, गरीब, दलित और पिछड़ा विरोधी देश बनाना चाहते हैं उसमें नेहरू सबसे बड़ी बाधा हैं. इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कंगना राणावत तक किसी न किसी बहाने से पंडित नेहरू के बारे में दुष्प्रचार करते रहते हैं.
लेकिन अरबों रुपये खर्च करके भी संघी तत्व नेहरू को जनमानस से विस्मृत नहीं कर पाएंगे. क्योंकि देश नेहरू और गोडसे के फर्क को अच्छी तरह जानता है. शाहनवाज आलम ने कहा कि संघ नेहरू का विरोध इसलिए भी करता है क्योंकि नेहरू ने दलितों को मंदिर में घुसने का अधिकार देने के साथ ही छुवा-छूत को कानूनी अपराध घोषित कर दिया था.
बड़े जमींदारों के पैसे पर पलने वाले संघ को नेहरू से इसलिए भी दिक्कत होती है. पंडित जवाहर लाल नेहरू ने जमींदारी प्रथा को खत्म करके आम किसानों को जमीन का मालिक बनाया था. अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में एक बार फिर संघ की देश विरोधी विचारधारा को जनता खारिज करने को तैयार बैठी है. बता दें, कि अल्पसंख्यक कांग्रेस की ओर से प्रत्येक रविवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से 'स्पीक अप' कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. 14 नवंबर को स्पीक अप कार्यक्रम की यह 21वीं कड़ी थी.
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