लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) के बढ़ते मरीजों के साथ ही उत्पन्न हुआ दवाओं का संकट अब दूर हो सकेगा. संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान(sgpgi) के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इसके इलाज के लिए दवाओं का नया विकल्प तलाश लिया है. अब ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन-बी के अलावा इसावुकानाजोल(isavuconazole) और पोसकानाजोल(posaconazole) का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. इससे ब्लैक फंगस(black fungus) के इलाज के लिए दवाओं का संकट दूर हो सकेगा.
इसावुकानाजोल और पोसकानाजोल के इस्तेमाल को मिली मंजूरी
ब्लैक फंगस(black fungus) के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के बढ़ते संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(cm yogi) ने संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान से विकल्प तलाश करने को कहा था. इसके बाद यहां निदेशक डॉक्टर आरके धीमान की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई थी, जो पहले से इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं का विकल्प तलाश रही थी. इस कमेटी की सिफारिश के बाद मुख्यमंत्री ने इसावुकानाजोल और पोसकानाजोल के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.