लखनऊ:कोरोना महामारी के बीच अग्निशमन विभाग भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बखूबी के साथ कर रहा है. अग्निशमन विभाग को राजधानी लखनऊ को सैनिटाइज करने की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं अग्निशमन विभाग शहर को किस तरह से सैनिटाइज कर रहा है और इसमें किस टेक्नॉलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है, इसको लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार से बातचीत की.
जानकारी देते मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार. 7 वाटर मिस्ट गाड़ियां शहर को कर रहीं सैनिटाइज
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार ने अपनी तैयारियों को साझा किया. उन्होंने बताया कि शहर को सैनिटाइज करने के लिए फायर ब्रिगेड की सात वॉटर मिस्ट गाड़ियों को लगाया गया है. सभी गाड़ियां अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी से बनी हुई हैं. राजधानी के आठ फायर स्टेशन पर एक-एक वाटर मिस्ट गाड़ी उपलब्ध है, जिनमें से सात वॉटर मिस्ट गाड़ियां शहर को सैनिटाइज करने का काम कर रही हैं.
सोडियम हाइड्रोक्लोराइड से सैनिटाइज की जा रही राजधानी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि इन गाड़ियों में लगी मशीनें सैनिटाइजिंग के काम में काफी प्रभावशाली हैं. मशीन से छोटे-छोटे कणों में सैनिटाइजर निकलता है, जिससे एक बार में काफी क्षेत्रफल को कवर किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि वॉटर मिस्ट गाड़ियों में सोडियम हाइड्रोक्लोराइड भरकर शहर के सार्वजनिक स्थानों पर छिड़काव किया जाता है, जिससे अगर वहां पर वायरस हो तो उसे समाप्त किया जा सके.
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गर्मी के मौसम में चुनौतियां अधिक
बता दें कि कोरोना की रोकथाम के लिए अग्निशमन विभाग अपनी वाटर मिस्ट गाड़ियों की मदद से शहर को सैनिटाइज कर रहा है. वहीं दूसरी ओर गर्मी के मौसम में अग्निशमन विभाग के सामने शहर में लगने वाली आग भी चुनौती बनी हुई है. इस चुनौती से निपटने के लिए भी अग्निशमन विभाग ने तैयारी कर ली है. सभी फायर स्टेशन को निर्देशित किया गया है कि वह आग की घटनाओं को लेकर तैयार रहें, जिससे कि किसी भी अप्रिय घटना के दौरान तत्काल प्रभाव से स्थिति को नियंत्रण में किया जा सके.