लखनऊ : अब स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची एक नहीं बल्कि दो बनेगी. पहली सूची लेवल टू से लेवल सात तक के डॉक्टरों की बनाई जाएगी. लेवल वन के डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची अलग से बनेगी. स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से इसके लिए सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से प्रदेश के हर जिले के डॉक्टरों की सूची मांगी गई है. स्वास्थ्य महानिदेशालय से जारी पत्र में नई सेवा नियमावली 2020 का हवाला देते हुए स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉक्टरों को नया वरिष्ठता क्रम जारी करने के लिए सूची मांगी गई है. नए नियमों के तहत लेवल वन के डॉक्टरों को हटाकर नई वरिष्ठता सूची जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. नई सूची सीधी भर्ती से लेवल टू में ज्वाइन करने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों को शामिल करते हुए बनेगी. इसके बाद वर्तमान वरिष्ठता क्रम का अस्तित्व खत्म हो जाएगा.
विभाग में प्रोन्नति आदि समस्त कार्य वरिष्ठता क्रम से संपन्न होते हैं. विभागीय जानकारों का कहना है कि नई सूची में सीधी भर्ती से आने वाले लेवल टू के विशेषज्ञ चिकित्सकों के शामिल होने से बीते कई वर्षों से काम करने वाले डॉक्टरों का समायोजन जटिल हो जाएगा. अगर किसी भी डॉक्टर ने कोर्ट में आपत्ति कर दी तो प्रोन्नति का मसला उलझने की आशंका है. बहरहाल स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची अलग होने से प्रक्रिया आसान होगी और प्रमोशन में पारदर्शिता आएगी.
Seniority list of doctors : स्वास्थ्य महानिदेशक ने सीएमओ से मांगी सूची, दूसरी वरिष्ठता सूची बनेगी
स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से इसके लिए सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) से हर जिले के डॉक्टरों की सूची मांगी गई है. दरअसल स्वास्थ्य विभाग में अब डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची ( Seniority list of doctors) एक नहीं बल्कि दो बनेंगी. पहली सूची लेवल टू से लेवल सात तक के डॉक्टरों की होगी और लेवल वन के डॉक्टरों की वरिष्ठता सूची अलग होगी.
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स्वास्थ्य महानिदेशक की डीजी हेल्थ डॉ. लिली सिंह ने कहा कि नई सेवा नियमावली में सूची का प्रावधान है. इसमें लेवल बन के करीब 4500 डॉक्टरों की सूची अलग होगी. इसके अलावा लेवल टू से लेवल सात तक के करीब 7500 डॉक्टरों की सूची अलग होगी. लेवल वन का डॉक्टर जब लेवल टू में पहुंचेगा तो उसे नई सूची में शामिल किया जाएगा.