लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में शुक्रवार को परास्नातक के छात्र ने स्नातक अंतिम वर्ष के छात्र का विश्वविद्यालय की कैंटीन में स्टील के जग से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. इस दौरान सीनियर छात्र ने अपने जूनियर छात्र की पिटाई करते हुए उसका सिर फोड़ दिया. मारपीट की घटना देख मौके पर मौजूद छात्राओं में भगदड़ मच गई. घटना की सूचना पाकर मौके पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने पुलिस के साथ पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया. इस दौरान आरोपी छात्र को जब पुलिस की गाड़ी में बैठाया जा रहा था. तब विश्वविद्यालय के दूसरे छात्रों ने बाहरी छात्र जानकर उसको जमकर पीट दिया. घटना में चोटिल छात्र को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, वहीं विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. वहीं विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी ने बताया कि 'आरोपी छात्र को विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया गया है.'
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार अपराह्न तकरीबन 2:45 बजे परिसर स्थित किशोरी कैंटीन पर छात्र अक्षय वर्मा साथी छात्रा के संग चाय पी रहा था, तभी छात्र प्रियांशु मिश्रा वहां पहुंच गया. कैंटीन पर पहुंचने के बाद उसने सामने रखे जग से छात्र अक्षय पर हमला बोल दिया. मौके पर मौजूद दूसरे छात्रों का कहना था कि आरोपी छात्र ने इसी साल विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है. उसकी एक छात्रा से बीते पांच वर्षों से दोस्ती थी और दोनों केकेसी डिग्री कॉलेज में साथ पढ़ते थे. इस साल दोनों ने ही लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था. विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के बाद आरोपी छात्र और छात्रा के बातचीत बंद हो गई थी. इस दौरान छात्रा ने छात्र के साथ दोस्ती कर ली. प्रत्यक्षदर्शी छात्रों का कहना है कि 'आरोपी छात्र लगातार कई दिनों से दोनों को साथ में बैठने पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा था. इसके बाद भी दोनों साथ में कैंपस में साथ रहते थे. घटना के समय उसने एक बार फिर से दोनों को साथ देखा तो वह अपना आपा खो बैठा और अचानक से कैंटीन में घुसकर छात्र अक्षय वर्मा पर हमला बोलकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया.'
आरोपी छात्र के खिलाफ मकुदमा दर्ज, विश्वविद्यालय ने किया निलंबित :विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी ने बताया कि 'छात्र पर हमला करने वाले आरोपी प्रियांशु मिश्रा के खिलाफ हसनगंज थाने में आईपीसी की धारा 307, 308 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके साथ ही आरोपी छात्र को विश्वविद्यालय से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही उस पर आगे की कार्रवाई करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जिसका जवाब उसे तीन दिनों के भीतर देना होगा. प्रोफेसर द्विवेदी ने बताया कि घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में छात्र काफी उग्र हो गए थे. आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होने के बाद छात्र शांत हुए. उन्होंने बताया कि इस घटना में पीड़ित छात्र अक्षय के सिर पर 16 टांके लगे हैं. उसकी हालत अभी खतरे से बाहर है. उसे हॉस्टल में सारी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए वार्डन को निर्देश दे दिए गए हैं.'