लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवार को इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में विचार गोष्ठी और खिचड़ी भोज का आयोजन किया. गोष्ठी का विषय था 'सामाजिक समरसता में ग्रहों का योगदान'. गोष्ठी में डॉ. अनिल पोरवाल लखनऊ विश्वविद्याल और डॉ. विनोद कुमार मिश्र ने व्याख्यान दिया.
पर्व-त्योहार ग्रह-नक्षत्रों पर आश्रित
गोष्ठी में लखनऊ विश्वविद्यालय, ज्योतिष विभाग के प्रवक्ता डाॅ.अनिल पोरवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति और संस्कार, पर्व-त्योहार इत्यादि पूर्ण रूप से ग्रह और नक्षत्रों पर आश्रित हैं. यह पर्व और त्योहार कब मनाए जाने चाहिए, इसका निर्णय काल विधानक ज्यातिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्र और ताराओं के माध्यम से किया जाता है. इसी का परिणाम है कि सामान्य जनमानस बिना किसी आमंत्रण के विशेष पर्व जैसे मकर संक्रांति, पूर्णिमा, अमावस्या इत्यादि में नदियों और पवित्र जलाशयों में स्नान के लिए जाता है.