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लखनऊ में सुरक्षा पर सवाल, पूर्वांचल के जिला बदर अपराधियों ने ले रखी है शरण

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोगों की सुरक्षा पर खतरा नजर आ रहा है. दरअसल, पूर्वांचल से जिला बदर किए गए कई अपराधियों ने राजधानी में शरण ले रखी है. ऐसा एक अपराधी बुधवार को गैंगवार में मारा भी गया था.

सुरक्षा पर सवाल
सुरक्षा पर सवाल

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Published : Jan 8, 2021, 7:08 AM IST

लखनऊ:पूर्वांचल से जिला बदर किए गए कई अपराधियों ने इन दिनों लखनऊ में शरण ले रखी है. इससे राजधानी में सुरक्षा पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. पिछले दिनों हुई गैंगवार के बाद चिंता बढ़ गई है. गौरतलब है कि बुधवार को राजधानी के विभूति खंड में गैंगवार हुई थी, जिसमें मऊ जिले से जिला बदर किया गया अजीत मारा गया था. वह दो दर्जन के करीब मुकदमों में नामजद था और लाइसेंसी असलहे के साथ राजधानी में रह रहा था. मृतक अजीत पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या का मुख्य गवाह भी था.

सचिवालय का पास लगी गाड़ी
हिस्ट्रीशीटर की सचिवालय तक थी पहुंचविभूति खंड थाना क्षेत्र में बुधवार रात खुलेआम गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह मार गिराया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह पर 22 मुकदमे दर्ज हैं. इसमें हत्या के भी पांच मुकदमे शामिल हैं. आरोप है कि कुण्टू, कुनकुन सिंह ने गिरधारी सिंह के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस सहित एसटीएफ की कई टीमें पूर्वांचल भेजी गई हैं. मृतक के पास बुलेटप्रूफ गाड़ी भी थी जिस पर सचिवालय का पास लगा हुआ था. इससे अपराधी की पहुंच और रसूखदारी का साफ पता चलता है. हालांकि पुलिस के अधिकारी इस मामले पर अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
खून सनी बाइकें

पूर्वांचल से जिला बदर किए गए कई अपराधी रह रहे राजधानी में
पूरे यूपी में अपराधियों के खिलाफ जिला बदर करने का अभियान चलाया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार पूर्वांचल से जिला बदर किए गए कई माफियाओं ने राजधानी में शरण ले रखी है. ये माफिया और हिस्ट्रीशीटर इतने रसूखदार हैं कि इन पर दर्जनों मुकदमे दर्ज होने के बाद भी लाइसेंसी और अवैध असलहे हैं. इसके साथ ही कई हिस्ट्रीशीटर के पास सचिवालय का पास भी है, जो किसी नेता या विधायक की सिफारिश पर बनाए गए हैं.

कमता बस अड्डे पर मिली खून से सनी बाइकें
गैंगवार में मऊ के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में गुरुवार को कमता बस अड्डे पर पुलिस ने दो लावारिस बाइक बरामद की हैं. माना जा रहा है कि हमलावर इन्हीं गाड़ियों से आए थे. बाइक पर खून भी लगा हुआ है. पुलिस का कहना है कि गैंगवार में मोहर सिंह की फायरिंग में एक हमलावर के सीने में भी गोली लगी थी. इसके बाद वह साथियों के साथ बाइक से भाग निकला था. इस मामले में बदमाशों की गोली से घायल मोहर सिंह की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ विभूतिखंड थाने में नामजद एफआईआर दर्ज की गई है.


पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में गवाही देने से रोकने को लेकर मारी गोली
पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में गवाही देने से रोकने के लिए अजीत की हत्या किए जाने का आरोप है. आरोपियों में ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू, अखंड प्रताप सिंह और कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर शामिल हैं. पुलिस बरामद बाइक की फॉरेंसिक जांच करा रही है. अजीत सिंह की गाड़ी पर सचिवालय का पास भी लगा था. सचिवालय का पास विधायक के नाम से जारी किया गया है. जिसे प्रमुख सचिव विधान परिषद ने जारी किया था. पुलिस आस-पास के इलाके के निजी अस्पतालों में छानबीन कर रही है.

अजीत के शरीर में 22 गोलियां हुईं पार
लखनऊ पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इसमें लगभग 22 गोलियां पूरे बदन पर पाई गई हैं. इसमें से चार बुलेट मिले हैं, बाकी गोली शरीर के पार हो चुकी थीं. सर में लगी गोली से अजीत की मौके पर मौत हो गई थी. पुलिस का दावा है कि हम इस हत्या का बहुत जल्द खुलासा करने वाले हैं. पुलिस की टीम जांच कर रही है. नामजद कुंटू सिंह के अलावा उसके कुछ साथियों की भी पुलिस ने पहचान कर ली है.

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