लखनऊ: कानपुर के संवासिनी गृह में 57 संवासिनियों के कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने के बाद राजधानी लखनऊ के अधिकारियों ने शेल्टर होम की निगरानी तेज कर दी है. इस मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधाकर शरण पांडे ने बताया कि लखनऊ में 32 शेल्टर होम हैं, जिसमें 1300 संवासिनियां रहती हैं. इसमें शिशु, बालिका और महिलाएं भी शामिल हैं. राजधानी में वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सेंटर संचालकों के साथ मीटिंग करके उन्हें दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं.
प्रदेश सरकार द्वारा संचालित महिला संरक्षण केंद्र, नारी निकेतन, अनाथालय एवं बाल सुधार गृह आदि में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. महामारी से बचने के लिए इन जगहों पर कई इंतजाम किए गए हैं. हैंड सैनेटाइजेशन से लेकर थर्मल स्कैनिंग, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई के उचित इंतजाम किए गए हैं. बच्चों, संवासिनियों और कर्मियों की मेंटल हेल्थ और उन्हें साइकोसोशल सपोर्ट करने के लिए मनोचिकित्सक और काउंसलर द्वारा लगातार टेली-काउंसिल तथा वीडियो कांफ्रेंसिंग की जा रही है. इन जगहों पर जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है.