लखनऊ: देश के राज्यों के दिग्गज मास्टर्स खिलाड़ियों का जमावड़ा लखनऊ में आगामी मई में होगा. मौका होगा द्वितीय खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स का, जिसके आयोजन के बादे में आज खेलो मास्टर्स गेम्स फाउंडेशन की लखनऊ में हुई एजीएम में फैसला लिया गया. इन खेलों में मास्टर्स एथलीट विभिन्न आयु वर्ग में खेलते दिखेंगे.
नवाबों के शहर में होगा खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स
द्वितीय खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स का आयोजन नवाबों के शहर लखनऊ में होगा. इन खेलों में विभिन्न आयु वर्ग में मास्टर्स एथलीट हिस्सा लेंगे. इसमें 35 साल से लेकर 90 साल तक के एथलीट खेलते दिखाई देंगे.
फाउंडेशन के महासचिव शैलेंद्र सिंह ने एजीएम के बाद बताया कि "इन गेमों के माध्यम से विभिन्न खेलों के मास्टर्स एथलीट लगभग एक साल तीन माह बाद खेलते दिखेंगे. उन्होंने कहा कि इन गेम्स के आयोजन की संभावित तारीख 20 से 23 मई तक होगी. फिलहाल कोविड प्रोटोकाल से जुड़े कई नियमों के चलते इसपर अंतिम मुहर नहीं लगाई जा सकी है."
द्वितीय खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स का होगा आयोजन
इस बार इन खेलों में 15 गेम्स की स्पर्धा होंगी, जिनमें लगभग 5000 खिलाड़ियों के हिस्सा लेने का अनुमान है. इसके लिए अभी आयोजन स्थल के बारे में भी मंथन चल रहा है, जिसमें स्पोर्ट्स कॉलेज, केडी सिंह बाबू स्टेडियम, बीबीडी यूपी बैडमिंटन अकादमी के बारे में विचार चल रहा है.
संभावित तारीख 20 से 23 मई तक
उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकाल के चलते इन आयोजन में विभिन्न खेलों के लिए अलग समिति बनाई जाएगी, जो उस खेल की स्पर्धा के सुचारू आयोजन पर निगाह रखेगी. शैलेंद्र सिंह ने कहा कि व्यक्तिगत खेलों में 35 साल से ऊपर और टीम गेम्स में 45 साल से ऊपर के खिलाड़ी भाग लेंगे. उन्होंने बताया कि इससे पहले दिसंबर, 2019 में पहले खेलो मास्टर्स नेशनल गेम्स का आयोजन दिल्ली में हुआ था, जहां दस विभिन्न खेलों की स्पर्धाओं में 1700 से ऊपर खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था.
इस बार इन खेलों में होंगी ये स्पर्धा
वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, हॉकी, नेटबॉल, हैंडबॉल, टेनिस, बैडमिंटन, शूटिंग, चाकबॉल, कुश्ती और तैराकी की स्पर्धा होंगी.
द ग्रेट खली को ठहरने में हुई दिक्कत
लखनऊ खेलो मास्टर्स गेम्स से जुड़े प्रोफेशनल रेसलर द ग्रेट खली लखनऊ पहुंच गए हैं. हालांकि उनकी लंबाई के चलते उन्हें होटल में ठहरने में दिक्कत हो रही है. इस रेसलर की लंबाई 7 फुट एक इंच है. पहले तो आयोजकों ने उन्हेें होटल दयाल पैराडाइज और कुछ अन्य होटलों में ठहराने की कोशिश की, लेकिन उनकी साइज का बेड नहीं मिला. इस पर आयोजकों ने बड़ी मशक्कत के बाद उन्हें होटल हयात में ठहराने की व्यवस्था की. खली इन खेलों के एंबेसडर है