लखनऊ: जमातियों के बाद रोहिंग्या से कोरोना का संकट गहराता नजर आ रहा है. केंद्र सरकार ने योगी सरकार से उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में रोहिंग्या मुसलमानों के होने की आशंका जताते हुए उनके बारे में जानकारी मांगी है. केंद्र के निर्देश के बाद योगी सरकार सक्रिय हो गई है. शासन ने सूबे के आठ जिलों के कप्तानों को ऐसे लोगों की तलाश के लिए निर्देश जारी किए हैं.
उत्तर प्रदेश में पाए गए कुल संक्रमित कोरोना मरीज में करीब 58 फीसदी लोग जमात से जुड़े हुए हैं. ऐसे में जब रोहिंग्या मुसलमानों के उत्तर प्रदेश आने की सूचना सरकार को मिली तो शासन के हाथ-पांव फूल गए हैं. केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से आठ जिलों की जानकारी मांगी है. इनमें नोएडा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, फिरोजाबाद, मथुरा और कानपुर नगर शामिल हैं. केंद्र द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों के इन जिलों में पहुंचने की सूचना दिए जाने के बाद इनके बारे में पूरी जानकारी भी मांगी गई है.
जमातियों के बाद रोहिंग्या मुसलमानों से कोरोना का संकट, केंद्र के निर्देश पर योगी सरकार अलर्ट - लखनऊ की ताजा खबर
उत्तर प्रदेश में जमातियों के बाद रोहिंग्या मुसलमानों से कोरोना का संकट गहराता नजर आ रहा है. दरअसल केन्द्र सरकार के निर्देश पर योगी सरकार ने सूबे के आठ जिलों के कप्तानों को ऐसे लोगों की तलाश के लिए निर्देश जारी किए हैं.
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दरअसल कुछ रोहिंग्या दिल्ली मरकज में शामिल हुए थे, जिनकी जानकारी केंद्रीय एजेंसियों को मिली है. इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट किया है. इसी क्रम में डीजीपी मुख्यालय ने जिलों के कप्तानों को ऐसे रोहिंग्या मुसलमानों के जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिए हैं, जो कि मरकज में शामिल हुए थे.
एहतियात के तौर पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अन्य जिलों को भी अलर्ट किया है. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने रोहिंग्या की तलाश किए जाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों की तलाश की जा रही है.