लखनऊ:यूपी भाजपा अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडे के नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अब बीजेपी को एक नए अध्यक्ष की तलाश है. बीजेपी में एक व्यक्ति दो पद के सिद्धांत न होने के कारण भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी जल्द की जाएगी. प्रदेश अध्यक्ष के लिए कई प्रमुख नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं.
- डॉ. महेंद्र नाथ पांडे के नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अब यूपी भाजपा को पिछड़ा या दलित वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना बताई जा रही है.
- वहीं कुछ लोगों का यह भी दावा है कि प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर सवर्ण जाति को भी एक बार फिर मौका मिल सकता है.
- प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए योगी सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह, बीजेपी में प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर, योगी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. महेंद्र सिंह और सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह का नाम चर्चा में है.
- स्वतंत्र देव सिंह पिछड़ी जाति से आते हैं. वह बीजेपी संगठन में भी प्रदेश महामंत्री के दायित्व का निर्वहन कर चुके हैं. अभी लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश के प्रभारी भी रहे हैं.
- इसी तरह डॉ. महेंद्र सिंह भी प्रदेश प्रभारी के रूप में लंबे समय से पार्टी को अपनी सेवाएं देते रहे हैं.
- इसके अलावा प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर दलित समाज से आते हैं. उनकी भी पार्टी के अंदर जमीनी नेता के तौर पर पहचान है. इसके अलावा पूर्व सांसद भी रहे हैं.
- वहीं प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक के नाम की चर्चा भी पार्टी के लोग कर रहे हैं. विजय बहादुर पाठक भी संगठन में लंबे समय से काम कर रहे हैं और संगठन कर्ता के रूप में उन्होंने भी अपनी पहचान बनाई है. कई क्षेत्रों के वह प्रभारी के तौर पर भी पार्टी में काम कर चुके हैं.
- वहीं डॉ. महेश शर्मा का भी नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल बताया जा रहा है.
- गाजीपुर से लोकसभा चुनाव हारने वाले मनोज सिन्हा का भी नाम चर्चा में है.
- इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को एक बार फिर बीजेपी संगठन की कमान सौंपने की भी कुछ लोग चर्चा कर रहे हैं.