लखनऊ:यूपी एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकियों को छुड़ाने और मंदिर के साथ-साथ आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद से पुलिस विभाग अलर्ट हो गया है. इसके साथ ही पुलिस ने मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दिया है. वहीं पुलिस आरएसएस के कार्यालय की भी निगरानी करने में जुटी हुई है. मंदिर को उड़ाने और मुजाहिदों (आतंकियों) को छुड़ाने के लेटर को लेकर एटीएस को भी इस मामले की जांच में लगाया गया है. इसके साथ ही त्रिवेणी नगर पोस्ट ऑफिस पर भी एक टीम को भेजा गया है, जहां पर यह जानने की कोशिश की जा रही है कि यह लेटर किसके द्वारा भेजा गया है. पुलिस पोस्ट ऑफिस में लगे हुए कैमरे की फुटेज भी खंगाल रही है.
मंदिर में बैठने वाले जिम्मेदार पदाधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को डाक के माध्यम से एक लेटर आया था. जब उसको खोला गया तो उसमें पकड़े गए मुजाहिदों को छोड़ने की बात लिखी हुई थी. इसके साथ ही उसमें लिखा था कि पकड़े गए मुजाहिदों को ना छोड़ने पर 15 अगस्त के दिन कई मंदिरों और आरएसएस के कार्यालय को उड़ाने की धमकी थी. इस मामले को देखते हुए मंदिर के पदाधिकारियों द्वारा पत्र को आईजी अपराध नीलाब्जा चौधरी को सौंप दिया था.
इस मामले पर एसीपी अलीगंज अखिलेश कुमार सिंह का कहना है कि लेटर मिलने की जानकारी प्राप्त हुई थी. उसके बाद से ही मंदिरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही आरएसएस कार्यालय पर भी लगातार पुलिस गस्त कर रही है. मंदिर और आरएसएस कार्यालय के पास अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति मिलता है, तो उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस मामले पर क्राइम ब्रांच की टीम भी लगी हुई है, जिनसे लगातार जानाकरी साझा की जा रही है.
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इस मामले पर आईजी अपराध नीलाब्जा चौधरी का कहना है कि मंदिरों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ इस मामले की जानकारी एटीएस को भी दी गई है. एटीएस की टीम भी क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि उस लेटर में लिखा गया है कि धमाके के लिए उनकी तरफ से 10 जगह की सूची तैयार हो जाने की बात कही गई है. जिसमें कुछ आरएसएस के बड़े पदाधिकारी भी शामिल है.