लखनऊ : केजीएमयू के बाल रोग विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर्स पर मानसिक चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. इस मामले में मानसिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर विवेक अग्रवाल (Professor Vivek Agarwal) ने चीफ प्रॉक्टर (chief proctor) को पत्र लिखकर आरोपी रेजीडेंट डॉक्टरों (resident doctors) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
केजीएमयू के रेजीडेंट डॉक्टरों और कर्मचारियों के बीच हाथापाई, चीफ प्राॅक्टर से कार्रवाई की मांग - कार्रवाई की मांग
केजीएमयू के बाल रोग विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर्स पर मानसिक चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. इस मामले में मानसिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर विवेक अग्रवाल ने चीफ प्रॉक्टर को पत्र लिखकर आरोपित रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
चीफ प्रॉक्टर को लिखे पत्र में मानसिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर विवेक अग्रवाल ने कहा है कि बुधवार को मानसिक चिकित्सा विभाग (Department of Psychiatry) की ओपीडी में बाल रोग विभाग में तैनात डाॅ. प्रणय अपने भाई का पर्चा लेकर आए थे. उस समय पंजीकरण का समय समाप्त हो चुका था. पर्चे पर मुहर लगाने को लेकर ओपीडी में तैनात कर्मचारियों से जबरदस्ती करने लगे. बात बढ़ने पर अपने विभाग से रेजीडेंट्स को फोन करके बुलाया और कर्मचारियों से मारपीट की. विभागाध्यक्ष की तरफ से पत्र में जिन 4 रेजीडेंट डॉक्टरों के नाम लिखे गए हैं. शिकायती पत्र में डॉ. प्रणय, डॉक्टर तपन, डॉक्टर करन और डॉक्टर अभिषेक के नाम हैं.
वहीं बाल रोग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर शैली अवस्थी (Professor Shaili Awasthi, Head of the Department of Pediatrics) ने बताया है कि इस मामले के लिए केजीएमयू प्रशासन (KGMU Administration) की तरफ से कमेटी बना दी गई है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं इस मामले में चीफ प्रॉक्टर से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो पाई.
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