लखनऊ: कोरोना महामारी के चलते करीब 7 महीने से बंद स्कूलों को 15 अक्टूबर से खोलने को लेकर डीएम ने विद्यालय प्रबंधकों, प्रतिनिधियों एवं अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक के दौरान विद्यालय को खोले जाने में कोविड-19 प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई. वहीं अभिभावक संघ ने स्कूल खोले जाने पर विरोध जताया.
राजधानी में 15 अक्टूबर के बाद स्कूलों को खोलने की तैयारी प्रशासन की ओर से शुरू हो गई है. डीएम अभिषेक प्रकाश ने कलक्ट्रेट स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में विद्यालय प्रबंधकों के साथ बैठक की. इसमें डीएम ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जाएंगे. सबसे पहले 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को बुलाया जाएगा. क्योंकि उनकी बोर्ड परीक्षाओं में अब कुछ ही महीने बचे हैं. दूसरे चरण में कक्षा 9वीं और 11वीं के बच्चों को बुलाया जाएगा. इसके बाद फीडबैक आने पर तृतीय चरण में छोटे बच्चों के विद्यालय खोले जाने पर निर्णय लिया जाएगा.
विद्यालय में बनाया जाएगा मेडिकल रूम
डीएम ने बताया कि शासनादेश के अनुसार ही अभिभावकों के लिखित सहमति से ही स्कूल खोले जाएं. हालांकि ऑनलाइन क्लासेज शुरु रहेगी. प्रत्येक विद्यालय में एक मेडिकल रूम भी बनाया जाएगा, जिसमें दो बेड, चिकित्सा सुविधा के साथ स्टाफ नर्स उपस्थित रहेंगे. उन्होंने कहा कि स्कूल के गेट पर बच्चों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी. इसके बाद क्लास के अंदर उनका पल्स ऑक्सीमीटर से जांच की जाएगी.