लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कक्षा 10वीं तक के सभी विद्यालयों में 16 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है. उन्होंने साफ किया है कि 11-12वीं के बच्चों को केवल टीकाकरण के लिए ही विद्यालय बुलाया जाए. टीकाकरण के अगले दिन इन बच्चों को अवकाश दिया जाएगा. शेष अवधि में 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित होंगीं.
उधर, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की तरफ से बुधवार देर शाम इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी कर दिए गए. आदेश के बाद अवकाश को लेकर संशय की स्थिति समाप्त हो गई है.
दरअसल, मुख्य सचिव की ओर से जारी आदेश में साफ लिखा है कि प्रदेश के ऐसे जिले जहां संक्रमितों की संख्या 1000 या उससे अधिक होगी सिर्फ उन्हीं जिलों के दसवीं तक के स्कूलों को 14 जनवरी तक बंद किया जाएगा.
इसके चलते बुधवार सुबह से ही संशय की स्थिति बनी हुई थी. कुछ स्कूल प्रशासन की तरफ से इसी आदेश को आधार बनाकर 14 जनवरी तक की छुट्टी भी घोषित कर दी गई.
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बदलते आदेशों से असमंजस की स्थिति
बुधवार सुबह जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ की तरफ से जारी सूचना में कहा गया कि संक्रमित मामलों की संख्या 1000 से कम होने के कारण लखनऊ में कोई स्कूल बंद नहीं रहेगा.
देर शाम जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की ओर से जारी आदेश के तहत स्कूलों को 6 जनवरी से 14 जनवरी तक बंद रखने का फैसला लिया गया. इसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री के आदेश सामने आ गए. इसमें स्कूलों को 16 जनवरी तक बंद करने की बात कही गई. इसे लेकर काफी असमंजस रहा.
फैसले पर निजी स्कूलों को नाराजगी
जिला प्रशासन की ओर से जारी इस आदेश का अभिभावकों की तरफ से स्वागत किया गया है. अभिभावकों का कहना है कि बढ़ती ठंड और कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला अहम है. उधर, निजी स्कूलों की तरफ से इसको लेकर आपत्ति जताई गई है. उनका कहना है कि यह आदेश स्पष्ट नहीं है.
समीक्षा बैठक में सीएम ने दिए ये निर्देश
सीएम योगी ने देर रात टीम 9 के उच्च स्तरीय अफसरों के साथ बैठक की. निर्देश दिए कि कक्षा 10वीं तक के सभी विद्यालयों में 16 जनवरी तक अवकाश घोषित किए जाएं. कक्षा 11-12 के विद्यार्थियों को केवल टीकाकरण के लिए ही विद्यालय बुलाया जाए. आंगनबाड़ी के बच्चों का पोषाहार उनके घर पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए. कोविड गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन हो. जिन जनपदों में एक्टिव केस की न्यूनतम संख्या 1,000 से अधिक हो जाए, नई व्यवस्था लागू होगी. निगरानी समिति और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को पूरी तरह सक्रिय किया जाए. घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों को चिन्हित किया जाए. जरूरत के मुताबिक लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए. कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट पूर्व के वैरिएंट्स की तुलना में बहुत कम नुकसानदेह है. वैक्सीन कवर ले चुके स्वस्थ-सामान्य व्यक्ति के लिए यह बड़ा खतरा नहीं है. कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है.
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