लखनऊ: गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सोमवार को विधान परिषद के वेल में उतर कर हंगामा किया. सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए सपा सदस्यों ने कहा कि सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है. गन्ना मंत्री सुरेश राणा के जवाब से असंतुष्ट समाजवादी पार्टी के सदस्य विधान परिषद से वाकआउट कर गए.
विधान परिषद के शून्यकाल में समाजवादी पार्टी के नरेश चंद्र उत्तम, बलराम यादव, आनंद भदौरिया, वासुदेव यादव, उदयवीर सिंह, सुनील सिंह साजन, अरविंद कुमार सिंह, साहब सिंह सैनी, राजपाल कश्यप समेत 28 सदस्यों ने नियम 105 के तहत गन्ना किसानों की बदहाली का मामला उठाया. सूचना की ग्राह्यता पर सपा के शशांक यादव, राम अवध यादव, जितेंद्र यादव, लीलावती कुशवाहा और संजय लाठर ने अपने विचार व्यक्त किए.
गन्ना किसानों का नहीं हो सका है भुगतान
सपा सदस्यों ने सदन को बताया कि इस सरकार ने गन्ने का बकाया 14 दिन के अंदर भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन आज तक इस वादे का पालन नहीं किया गया है. गन्ना किसानों को उनके बकाया भुगतान पर ब्याज भी नहीं दिलाया जा रहा है. इस सरकार ने गन्ने की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की है. गन्ने की वर्तमान लागत 310 रुपये प्रति कुंतल से भी अधिक है, लेकिन सरकार गन्ने का मूल्य 315 से 325 रुपये प्रति क्विंटल भुगतान कर रही है. निजी क्रेशर पर 160 से 190 रुपये प्रति क्विंटल में किसानों को गन्ना बेचना पड़ रहा है.