लखनऊ : बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा रविवार रात 12 बजे से घर में कैद हैं. लखीमपुर हिंसा में किसानों से मिलने जा रहे मिश्रा पर सरकार ने पहरा लगा रखा है. उनके आवास पर भारी सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. इस दौरान रविवार को किसानों के मसले पर सतीश चंद्र मिश्रा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की.
ईटीवी भारत ने सतीश चंद्र मिश्रा से पूछा कि बसपा का किसानों का समर्थन सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित है, ऐसा क्यूं. इस दौरान उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सरकार हमें जैसे ही आवास से निकलने देगी, बसपा सड़क पर भी किसानों के लिए संघर्ष करेगी. उन्होंने मांग की कि लखीमपुर की घटना की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में कराई जाए.
उन्होंने कहा कि रात में 12 बजे लखीमपुर खीरी के लिए निकल रहे थे. समर्थक भी साथ में थे. पुलिस वालों ने घर पर ही रोक लिया. घर को चारों ओर से घेर लिया. उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. लोकतंत्र में प्रदर्शन तो होते ही रहते हैं. (केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए) अब आप दो दिन पहले धमकी देंगे, यदि आप नहीं मानेंगे तो हम दिखा देंगे. इसके दो दिन बाद किसानों के ऊपर गाड़ियां चढ़ा देंगे यह ठीक नहीं है. किसान काले झंडे लेकर शांतिपूर्वक प्रर्दशन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरा देश दुखी है. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए किसान सीधे गृह राज्यमंत्री पर आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों को न्याय मिलना चाहिए. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी ही चाहिए. चूंकि केंद्रीय गृह राज्यमंंत्री पर आरोप है, ऐसे में सरकार के स्तर पर कराई जाने वाली जांच निष्पक्ष नहीं हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही हमको जाने का मौका मिलेगा हम किसानों और पीड़ितों से मुलाकात करेंगे. किसानों की आवाज बसपा उठाएगी. किसान आंदोलन को बसपा का पूरा समर्थन है.