लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के वर्ष 2020 के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई है. संस्थान के सर्वोच्च सम्मान विश्व भारती के लिए राजधानी के प्रो. ओमप्रकाश पाण्डेय को चुना गया है. उन्हें इस पुरस्कार के तहत पांच लाख एक हजार रुपये भेंट किए जाएंगे. इसके पूर्व में इन्हें राष्ट्रपति सम्मान, सहित्य अकादमी (भारत सरकार), पं० दीनदयाल उपाध्याय सम्मान, वाल्मीकि पुरस्कार, सौहार्द सम्मान, गुरू गंगेश्वरानन्द सम्मान, सरस्वती सम्मान विशेष पुरस्कार आदि प्राप्त हो चुका है. ओमप्रकाश के साथ कुल 49 विद्वानों को पुरस्कार के लिए चुना गया है. गाजियाबाद के डॉ. विशन लाल गौड़ को दो लाख एक हजार की राशि के महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार, वाराणसी की डॉ. कमला पांडे को इतनी ही राशि के महर्षि व्यास पुरस्कार के लिए चुना गया है.
इनको मिले विशिष्ट पुरस्कार 1,01,000 रुपये
- डॉ. ददन उपाध्याय, वाराणसी
- प्रो सत्यप्रकाश दूबे, जौनपुर
- डॉ. जयप्रकाश नारायण द्विवेदी, कुशीनगर
- डॉ. रघुवीर वेदालंकार, मुज्जफ्फर नगर
- डॉ. कमलेश कुमार जैन, वाराणसी
इनको मिला वेदपण्डित पुरस्कार, 51,000 रुपये
- सुशील कुमार दूबे, मिर्जापुर
- वेदमूर्ति रविन्द्र पैठाणे, नासिक
- सुरेन्द्र कुमार तिवारी, चित्रकूट
- पवन मिश्र, मिर्जापुर
- विवेक कुमार मिश्र, कुशीनगर
- ए श्रीधरन, नई दिल्ली
- शिवम कुमार शुक्ल, बाराबंकी
- रोहित कुमार मिश्र, वाराणसी
- सुरेश शर्मा, जोधपुर