लखनऊःउत्तर प्रदेश की राजनीति में इस समय टोपी वार शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर की रैली में बिना किसी का नाम लेते हुए तंज कसा था कि, 'लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं. इन्हें सिर्फ लाल बत्ती के लिए सत्ता चाहिए.' भले ही इस तंज को समाजवादी पार्टी से जोड़ा जा रहा हो, लेकिन आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को भुनाने में जुट गई है.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काली टोपी पहने हुए एक फोटो ट्वीट करते लिखा था कि 'मोदी जी काली टोपी वालों का दिल और दिमाग दोनों काला होता है.'
अब संजय सिंह ने बुधवार सुबह एक और ट्वीट बम फोड़ते हुए फोटो शेयर की. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों लाल रंग की टोपी पहने नजर आ रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि 'कृपया नीचे की दो तस्वीरों पर ध्यान दें'. वहीं, फोटो ट्वीट होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने जनसमूह को संबोधित करते हुए बिना किसी राजनीतिक पार्टी का नाम लिए तंज कसा था कि 'आज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है. इन्हें माफियाओं को छूट देने के लिए, जमीन कब्जाने के लिए और आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए सरकार चाहिए.'
बदल रहे हैं नेता अपने बयान
उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं. वैसे-वैसे नेताओं के बयानों में भी बदलाव देखा जा रहा है. लाल टोपी, जालीदार टोपी, लुंगी और भगवा जैसे शब्द सुनाई देने लगे हैं. चुनाव के नजदीक आने से ही ऐसी बयानबाजी बढ़ी है. जानकारों और राजनीतिक पंडितों का कहना है कि चुनाव में ध्रुवीकरण यानी पोलराइजेशन के लिए राजनीतिक दल इन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ताकि, एक वर्ग और समाजविशेष का वोट मिल सके.
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