लखनऊ: जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने बूथ स्तर पर संगठन तंत्र को मजबूत करके सरकार बनाने में सफलता हासिल की है, ठीक उसी तर्ज पर अब समाजवादी पार्टी ने भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. समाजवादी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि पार्टी 'बूथ जीतो' फार्मूले को लागू कर रही है और पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत कर चुनाव में सफलता पर पूरा फोकस किया जा रहा है. पार्टी संगठन से जुड़े नेताओं, जिला अध्यक्ष व मंडल इकाइयों के नेताओं को बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने और एक बूथ पर 20-20 कार्यकर्ताओं की टोली बनाने को कहा गया है. अखिलेश यादव खुद बूथ जीतो रणनीति की मॉनीटरिंग कर रहे हैं, जिससे कहीं कोई चूक न हो और सपा चुनाव में जीत दर्ज कर सके.
2022 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता की कुर्सी पर काबिज होने को लेकर समाजवादी पार्टी पूरी तरह से संगठन की मजबूती पर ध्यान दे रही है, तो सरकार की नाकामियों को लेकर लगातार सवाल भी खड़े कर रही है. समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने को लेकर एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसको लेकर पिछले कुछ समय पहले सभी जिला और मंडल अध्यक्षों को दिशानिर्देश दिए गए हैं. इसके मुताबिक पार्टी का पूरा फोकस बूथ समितियों के गठन से लेकर मंडल समितियों के गठन तक है. एक-एक बूथ समिति में 20-20 युवा कार्यकर्ताओं की टोली बनाकर और संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देने की बात कही गई है.
अखिलेश यादव ने पिछले दिनों खुद यह कहा था कि हमें भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए अपने संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की जरूरत है. अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को बूथ जीतो, सरकार बनाओ, का मंत्र भी दिया था. अब उसी रणनीति के अनुसार समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अपने संगठन को धरातल तक मजबूत कर रहे हैं. बूथ समितियों को सक्रिय करने और उनमें प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारी देने को लेकर दिशा निर्देश दिया है. इस व्यवस्था से चुनाव के दौरान बूथ समितियों के कार्यकर्ताओं के माध्यम से वोटरों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में सफलता मिलेगी. पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की उपलब्धियां बताने और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की खामियां गिनाने को लेकर भी कार्यकर्ताओं को बताया गया है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ सकें.