लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पटना में विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने के बाद अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों को जिलों में धार देने की रणनीति पर काम करना शुरू कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव के साथ चाचा शिवपाल सिंह यादव जिलों के दौरे पर जाएंगे और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए सामाजिक समीकरण ठीक करते हुए नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके साथ जल्द ही लोकसभा चुनाव के उद्देश्य से प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे प्रत्याशी अपने क्षेत्र में चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने में सफल हो सकेंगे. अखिलेश यादव ने जिले में कमेटी का भी गठन करने का फैसला किया है, जिसके माध्यम से चुनावी तैयारियां जिले स्तर पर आगे बढ़ेंगी.
सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव नए सिरे से जातीय समीकरण को धार देते हुए नजर आएंगे. उनकी कोशिश है कि सभी समाज के लोगों को जोड़ा जाए, हालांकि उन्होंने पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक वर्ग पर ज्यादा फोकस किया है. ऐसे में अब जो बचे हुए वर्ग हैं उन्हें जोड़ने के लिए अखिलेश यादव जिलों में जाएंगे और उस वर्ग समाज के लोगों से मिलकर बातचीत करेंगे. उस समाज के लोगों को जिला संगठन में स्थान देने की तैयारी है और जब अखिलेश यादव जिलों में जाएंगे तो उसकी चर्चा करेंगे.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 'समाजवादी पार्टी का अपना जो जातीय एजेंडा है, मुस्लिम-यादव वह तो रहेगा ही. मुस्लिम, यादव, अति पिछड़े और दलित वोट बैंक पर समाजवादी पार्टी की नजर है. इस वोट बैंक को लोकसभा चुनाव के उद्देश्य से सहेजने के लिए जाति समीकरण को दुरुस्त करने का काम किया जाएगा. इसको लेकर प्रदेश संगठन में इन समाज के लोगों को समायोजित किया जाएगा. जिला स्तर पर मानीटरिंग कमेटी भी बनाई जाएगी. अखिलेश यादव जिला स्तर पर लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने और प्रत्याशियों के चयन को लेकर स्थानीय नेताओं से बातचीत करेंगे.'
उन्होंने बताया कि 'प्रत्याशी चयन को लेकर हर स्तर पर फीडबैक लेने की तैयारी है, वहीं इसके अलावा समाजवादी पार्टी अपने जिला संगठनों में भी जातीय समीकरण और सामाजिक क्षेत्रीय संतुलन को साधने का काम करेगी. लोकसभा चुनाव की तैयारियों को न सिर्फ आगे बढ़ाने में मदद मिले बल्कि जो नेता जिस समाज का है, उस समाज में उस व्यक्ति की कितनी पकड़ व पहुंच होगी. उसके अनुसार ही जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके साथ ही पार्टी ने पिछले दिनों सभी नेताओं को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि उनके घर वाले जो बूथ हैं उन्हें मजबूत किया जाए और इसके माध्यम से बूथ कमेटियों को मजबूत करने पर पूरा फोकस किया जाएगा, जिससे बूथ स्तर पर ही वोटर को मतदान केंद्र तक ले जाने में मदद मिल सकेगी, ऐसी पूरी रणनीति बनाई है.'