लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Samajwadi Party National President Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भाजपा सरकार घोटालों की सरकार बन गई है. उसके झूठ के कारोबार से पर्दा उठने लगा है. नौजवानों को रोटी-रोजगार देना तो दूर शिक्षा के क्षेत्र में उनके लिए दरवाजे भी बंद किए जा रहे हैं. आयुष घोटाला तो महज एक गिनती है. पर्दा उठने पर न जाने कितने घोटाले सामने आएंगे. भाजपा के माथे पर लगे कलंक टीके छिपने वाले नहीं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में सरकारी और निजी कॉलेजों में आयुष की सीटों पर प्रवेश को लेकर एक बड़ा गोरखधंधा चलता रहा और भाजपा सरकार अनजान बनी रही. किसी को पता ही नहीं चला. नीट में शामिल हुए बगैर सैकड़ों छात्रों के दाखिले आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों में कर दिए गए. पूरे प्रदेश में 891 दाखिलों में फर्जीवाड़े के सुराग मिले. कांउसलिंग का ठेका जिस कम्पनी को दिया उसने दूसरी कम्पनियों को अपनी जिम्मेदारी बांट दी.
उन्होंने कहा कि मीडिया खबरों से चेती सरकार अपने बचाव में निलम्बन, जांच और बर्खास्तगी तक के बहाने बनाकर जनता को गुमराह करने में लगी है, जबकि यह बात स्पष्ट है कि आयुर्वेद कॉलेजों में प्रवेश सम्बंधी बड़ी हेराफेरी बिना ऊपरी संरक्षण के सम्भव नहीं है. जांच करने वाले अभी छोटे कर्मचारियों को ही निशाने पर ले रहे हैं. विभाग के बड़े लोग छुट्टा घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा के क्षेत्र को पूरी तरह चौपट कर रही है. इतने बड़े आयुष घोटाले के बावजूद आयुर्वेद निदेशालय के अधिकारी जांच से लुकाछिपी का खेल खेल रहे हैं. कई जिलों तक यह खेल फैला है. मुख्यमंत्री इस सबसे बेखबर दूसरे प्रांतों में जनता को गुमराह करने में लगे हैं, उन्हें न उत्तर प्रदेश की जनता की फिक्र है और न ही सरकारी घोटाले के शिकार नौजवानों के भविष्य की. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारी लापरवाही और फर्जीवाड़े के चलते नौजवान, छात्रों का भविष्य अंधेरे में हो गया है. जिन्होंने नियम से दाखिला लिया उनकी पढ़ाई बाधित हो गई है. जांच के फेर में कई कॉलेजों की मान्यता भी फंस गई है. जांच प्रक्रिया से कई महीनों का वक्त बर्बाद होगा. इस भाजपा सरकार में नियम कायदे का पालन करना भी गुनाह हो गया है.