लखनऊः विधानसभा सदन में सोमवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब जब समाजवादी सरकार आई समाजवाद के विपरीत काम किया था. इन्होंने बजट को समाज के बजाय अपने परिवार और अपने लोगों को बांटने का काम किया. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जब समाजवादी पार्टी पर कब्जा करने जा रहे थे तो नारा लगता था 'यह जवानी कुर्बान तेरे नाम.' उन्होंने कहा कि '2022 में जब मुझे विक्रमादित्य मार्ग पर आवास अलॉट हुआ तो कुछ डायरियां मिली थीं. उन डायरियों में यह लिखा था कि बजट को कहां कैसे बांटा जाएगा.
सपा पर बरसे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बोले- मुझे एक डायरी मिली है जिसमें बजट के बंदरबांट का है जिक्र
विधानसभा सदन में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि '2022 में जब मुझे विक्रमादित्य मार्ग पर आवास अलॉट हुआ तो कुछ डायरियां मिली थीं. उन डायरियों में यह लिखा था कि बजट को कहां कैसे बांटा जाएगा.
डिप्टी सीएम ने कहा कि वह जवानी कुर्बान बैंक आजकल कहां है, दिख नहीं रहा है. समाजवादी सरकार में बजट कहां कैसे जाना है उस पर मंथन होता था. यूपी के बजट को किस तरीके से बांटा गया था उन डायरियों में लिखा था. उन डायरियों में लिखा था 'जी' पैसे बटोरेगा और 'एस' को जमा करेगा. लेकिन इतना महत्वपूर्ण कि वह 'जी' तत्कालीन मुख्यमंत्री की भी नहीं सुनेगा. 'एस' यह पैसा बटोरेगा वह 'ए' के लिए जमा करेगा. लेकिन 'ए' को नगद नहीं देगा, धन बाद में हस्तांतरित करेगा.
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डिप्टी सीएम पाठक ने आगे कहा कि 'आर' नाम का व्यक्ति जमा धन का प्रबंधन करेगा. 'एम' की भूमिका पूरे व्यवस्था के संयोजन की होगी. उन्होंने कहा कि अभी हमे इसका डिकोड नहीं मिला है. हमारे साथी जानते होंगे ए, एम और एस कौन हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के विकास के बजाय सपा सरकार में प्रत्येक जिले में दलालों का अड्डा था और लखनऊ में भी दलालों का अड्डा खुला था.
नोएडा की जमीनों को खुलेआम पूरे देश में बेचा गया. वह पैसा सरकारी खाते में नहीं जमा हुआ, व्यक्तिगत फंड में जमा हुए हैं. जो बिल्डर पैसा नहीं दे पाया उससे कहा हमें आधी जमीन दो. इसकी जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग में खुलेआम दलाली के अड्डे थे. एक खनन विभाग के मंत्री राज्य मंत्री थे, बर्खास्त हुए थे और 15 दिन बाद उसी विभाग का कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था. पैर दबाते हुए तस्वीर आई थी कि पूरा जमा कर देंगे कैबिनेट बना दो. इस तरह लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई.