लखनऊ:यूपी पुलिस के एटीएस द्वारा (Religious Conversion) अवैध धर्मांतरण कराने वाले गिरोह के मोहम्मद उमर गौतम के सहयोगी सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है. उसे शुक्रवार को लखनऊ लाया गया. सलाहुद्दीन को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा. एटीएस को गुजरात से इनपुट मिला है कि पिछले चार साल में विदेशों से एनजीओ को 10 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई है. जिस NGO को विदेशी फंडिंग की गई है. सलाउद्दीन शेख उस बड़ोदरा के AFMI के चैरिटेबल ट्रस्ट का मैनेजिंग ट्रस्टी है. वह इस्लामिक धर्मांतरण के लिए उमर गौतम को विदेशी फंडिंग उपलब्ध कराता था.
पूछताछ में अहम सूचनाएं मिलने की उम्मीद
कोर्ट ने धर्मांतरण मामले में पहले गिरफ्तार किए गए तीन अन्य आरोपियों इरफान शेख, अब्दुल मन्नान और राहुल भोला की पांच दिनों की रिमांड मंजूर की है. एटीएस के विवेचक अनिल कुमार विश्वकर्मा के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लखनऊ तीनों की पांच दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की. हालांकि एटीएस ने सात दिनों की रिमांड मांगी थी. रिमांड अवधि सात जुलाई को सुबह 11 बजे तक रहेगी. रिमांड पर पूछताछ के दौरान एटीएस को इरफान शेख से अहम सूचनाएं मिलने की उम्मीद है.
हवाला रैकेट
अहमदाबाद से गिरफ्तार उमर गौतम के सहयोगी सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख से हवाला रैकेट के बारे में कुछ अहम जानकारी मिलने की संभावना है. उसने पूर्व में हवाला के जरिए मोहम्मद उमर गौतम को पैसे भी भेजे हैं. इस आधार पर एटीएस को आशंका है कि धर्मांतरण गिरोह को हवाला से भी पैसे मिलते रहे हैं. तीन दिन पहले गुजरात एटीएस के सहयोग से गिरफ्तार किए गए सलाहुद्दीन शेख के कब्जे से मिले आईपैड और मोबाइल फोन की भी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, जिससे कुछ अहम सुराग मिलने की उम्मीद है.
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