लखनऊ: राजधानी लखनऊ में 19 दिसंबर को CAA और NRC को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी को पहले घर में नजरबंद किया था फिर बाद में उन्हें जेल में बंद कर दिया. करीब 18 दिनों बाद जब जेल से रिहा होकर बाहर आए. आते ही उन्होंने ईटीवी भारत से कहा कि योगी सरकार और उनकी पुलिस ने उनका जेल के भीतर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया है.
रिहा होने पर बोले एसआर दारापुरी, जेल में योगी सरकार ने किया उत्पीड़न
CAA और NRC को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन में राजधानी लखनऊ से पुलिस ने पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी को पहले घर में नजरबंद किया था फिर बाद में उन्हें जेल में बंद कर दिया. मंगलवार को जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने योगी सरकार और पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
जेल में नहीं मिला ओढ़ने के लिए कंबल- एसआर दारापुरी
उन्होंने कहा कि योगी सरकार की इस कार्रवाई की वह भर्त्सना करते हैं. उनका कहना है कि जो आम सुविधा जेल में मिलनी चाहिए, उनको नहीं दी गईं. यह एक दंडात्मक कार्रवाई है. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि जेल के भीतर उन्हें इस कड़ाके की सर्दी में न तो सही बिस्तर दिए गए और न ही ओढ़ने के लिए कंबल. पूर्व आईपीएस ने कहा उन्होंने कानून का सही ढंग से पालन किया फिर भी योगी सरकार ने उनका मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया. एसआर दारापुरी ने कहा कि उनके कई साथी राजधानी के अलग-अलग जेलों में बंद हैं, जिन्हें पुलिस ने बर्बरता के साथ पीटा है. सभी के चेहरे पर सूजन थी. इस तरह की कार्रवाई असवैंधानिक है, जिसकी वह निंदा करते हैं.