लखनऊ :राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को विद्युत सखी एप लॉन्च किया गया. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र सिंह व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल मौजूद रहे. इस दौरान महिलाओं को विद्युत सखी थर्मल प्रिंटर भेंट किया गया. कार्यक्रम के दौरान मौके पर मौजूद सैकड़ों महिलाओं ने अपनी-अपनी कहानी बताई, कि किस तरह से विद्युत सखी के जरिए वो आज आत्मनिर्भर हैं.
महिलाओं का कहना था वो गांव-गांव में बिजली का बिल जमा करवाकर न केवल आत्मनिर्भर बनीं, बल्कि उन्होंने अपने घर का खर्च भी चलाया.वहीं, इस मौके पर उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र सिंह ने पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ मुख्यमंत्री कहते थे कि उन्होंने प्रदेश का विकास किया. मैं उनसे कहता हूं, कि वे आज गांव में जाकर महिलाओं से पूछें कि उनको रोजगार और आवास किसने दिया.
ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की यह योजना प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर कर रही है. साथ ही साथ विद्युत विभाग को भी आर्थिक रूप से मजबूत कर रही है. हमारी सरकार ने इन कामों में ना कोई धर्म देखा ना जाति. सबका साथ, सबका विकास और सब का प्रयास के जरिए केवल स्वाबलंबन पर बल दिया. हमने अपने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयासों को साकार किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाएं मोदी जी की इच्छा को पूरा कर रही हैं. हमने 18 घण्टे गांवों में बिजली देने का दावा किया था. अब 24 घण्टे बिजली देंगे.
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम देवराज ने बताया कि एक बिल पर 20 रुपये का कमीशन दिया जाएगा. विद्युत सखी गांव-गांव में बिजली का बिल जमा करेंगी. इससे बिल जमा करने में आसानी होगी, साथ ही आजीविका भी मिलेगी. बीकेटी से आईं सुनीता ने बताया कि विद्युत सखी बनकर और स्वयं सहायता से जुड़कर उनको बहुत लाभ हुआ है. पहले उनको दिक्कत होती थी, मगर अब उनको आजीविका मिशन का बहुत लाभ हुआ है.