लखनऊ : ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक पवन कुमार त्रिपाठी पर एक बुजुर्ग को थप्पड़ मारने के आरोप लगे थे. कथित रूप से अभद्रता मामले की जांच एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (प्रशासन) नरेंद्र सिंह की तरफ से मुख्यालय में तैनात एआरटीओ श्वेता वर्मा को सौंपी गई है, जबकि एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद जो वर्तमान में डीटीसी जोन भी हैं, उनकी तरफ से लखनऊ के आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज को जांच सौंपी गई है. जांच अधिकारी इस मामले वे दोनों पक्षों से उनका पक्ष जानेंगे.
एआरटीओ (प्रशासन) अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी. अगर वरिष्ठ सहायक पवन त्रिपाठी दोषी निकलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. एआरटीओ ने बताया कि कर्मचारी ने भी पीड़ित पर नियम विरुद्ध काम कराये जाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. आरोप है कि काम नहीं करने पर यह मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई है. पीड़ित बुजुर्ग राज कपूर गुप्ता से भी जानकारी मांगी गई है कि आरटीओ कार्यालय में वे किस गाड़ी के संबंध में आए थे. अभी पता चला है कि जिस गाड़ी का काम कराने आए थे वह उनकी गाड़ी नहीं है. पीड़ित दावा कर रहा है कि जिस गाड़ी का काम कराने गए थे वह उसके भतीजे की है. इसके लिए लोन लिया गया था. पीड़ित से गाड़ी की किश्त भरने की रसीद भी प्रस्तुत करने को कहा गया है. इससे साबित हो जाएगा कि वास्तविकता में राज कपूर गुप्ता किस गाड़ी का काम कराने आरटीओ कार्यालय आए थे.