लखनऊ:रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से सूर्य की किरणों धरती को अत्याधिक प्रभावित करती है. माना जाता है कि रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से 9 दिन तक भीषण गर्मी पड़ती है. मंगलवार से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गया है, लेकिन इस बार 'यास' तूफान के चलते 'रोहिणी नक्षत्र' 9 दिन तक नहीं तपा पाएगा. 'यास' तूफान के कारण गुरुवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में जबरदस्त बारिश हुई है. बारिश व ठंडी हवाओं के कारण तापमान में काफी गिरावट देखने को मिली है. जिससे लोगों ने पड़ रही भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है. अभी इस तूफान का असर 28 व 29 तारीख को भी रहेगा. जिससे तापमान में कमी रहेगी व गरज चमक के साथ बारिश होने के साथ ही तेज रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना बनी हुई है.
राजधानी में भी यास तूफान के चलते गुरुवार को आसमान बादल आते जाते रहे. शाम से ही ठंडी हवाएं चलने से लोगों ने पड़ रही भीषण गर्मी से राहत की सांस ली. लखनऊ के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को सुबह बारिश भी हुई है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई जोरदार बारिश
पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान ने उत्तर प्रदेश के मौसम में भी परिवर्तन किया है. जिसके कारण गुरुवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 28.8 मिलीमीटर, गोरखपुर में 12.4 मिली मीटर, सोनभद्र मे 13.6 मिलीमीटर, बलिया में 7.1 मिलीमीटर, सुलतानपुर में 11.4 मिली मीटर, गाजीपुर में 12 मिलीमीटर, बस्ती में 14 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.