लखनऊ:उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन मंगलवार को उत्कृष्ट चालक-परिचालकों का सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है. इस समारोह में राजधानी परिक्षेत्र के 120 चालक-परिचालकों को सम्मानित किया जाना है. कार्यक्रम होने से पहले ही रोडवेज की कई यूनियनों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है.
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद और संविदा चालक-परिचालक कर्मचारी संघर्ष यूनियन दोनों ने ही सम्मान समारोह में हिस्सा नहीं लेने की घोषणा की है. अब ऐसे में निगम प्रशासन के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है कि किस तरह से सम्मान समारोह को सफल बनाया जाए.
'भाजपा सरकार में त्योहारों पर नहीं मिलते एक भी रुपये'
कौशलेंद्र प्रताप ने बताया कि भाजपा की सरकार बने 3 साल हो गया. पहले कर्मचारियों को मिठाई खाने के लिए दीपावली पर हर साल पांच सौ या एक हजार रुपये मिलता था, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही यह योजना बंद कर दी गई. किसी भी कर्मचारी को एक रुपये भी त्योहारों पर नहीं मिला है, जो मिल रहा है उस पर इतनी शर्तें लगाई जाती हैं कि उन शर्तों पर हमारा कर्मचारी परेशान हो जाता है. आपकी कोई नीति सही नहीं है न आप कर्मचारी नेताओं से कोई सलाह लेकर नीति बनाना चाहते हैं.
'फेसबुक पर फोटो वाहवाही लेने के लिए करते हैं अपलोड'
कौशलेंद्र का कहना है कि निगम प्रशासन केवल अपना फोटो फेसबुक पर वाहवाही लेने के लिए अपलोडकरते हैं. कर्मचारियों से कहते कुछ और करते कुछ और हैं. पूरे प्रदेश में 8500 लोग उत्कृष्ट हैं. अधिकारियों ने अपने चहेतों का नाम डालकर अलग उत्कृष्टता की एक सूची बनाई है उसमें भी तोड़फोड़ किया जा रहा है. अगर आप उत्कृष्ट कर्मचारियों को सम्मानित करना चाह रहे थे तो पूरे प्रदेश में 8500 लोग हैं उन्हें सम्मान दीजिए हम उस पर सहमत हैं.
पुरस्कार की बात है हम तो अपने संविदा कर्मचारियों से कहते हैं कि इतना बेइज्जत होने के बावजूद आप पुरस्कार के लिए दौड़ रहे हैं. अभी मुख्यालय में गए थे आप के नेताओं को समझा-बुझाकर भेज दिया गया. संविदा कर्मचारियों को भी समझा ही दिया जा रहा है. पहले वार्ता में कई मांगों पर सहमति बनी थी उन्हें अभी तक इम्प्लीमेंट नहीं किया गया. कब तक आप हमें बेवकूफ बनाओगे.
-रजनीश मिश्रा, रोडवेज कर्मचारी शाखा अध्यक्ष