लखनऊ:खाना-पानी न मिलने से नाराज रोडवेज कर्मियों ने राजधानी के अवध बस डिपो में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कहा कि, कोरोना संकट काल में वो सरकार के निर्देशानुसार लोगों को उनके घर पहुंचाने के काम में दिन रात लगे हुए हैं. लेकिन लॉक डाउन होने के कारण होटल और ढाबे बंद हैं जिसके काराण उन्हें खाने-पीने का सामान नहीं मिल पा रहा है. वहीं विभाग की तरफ से भी उन्हें भोजन-पानी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. जिसकी वजह से उन्हें भूखे-प्यासे रहकर काम करना पड़ रहा है.
लखनऊ: खाना-पानी नहीं मिलने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
राजधानी लखनऊ में रोडवेज कर्मियों ने अवध डिपो में प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि हमें डिपो के अंदर खाना नहीं दिया जाता है. दिन भर मेहनत करने के बावजूद हमें खाना-पानी भी नसीब नहीं. इस समय होटल भी बंद है ऐसे में उन्हें खाने-पीने की काफी दिक्कत हो रही है.
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का आरोप है कि. उन्होंने अपनी इस समस्या को एआरएम के सामने रखा तो उन्होंने इस पर कोई सुनवाई नहीं की. साथ ही उन्होंने विभाग की तरफ से कर्मचारियों को खाना-पानी उपलब्ध कराने से साफ इनकार कर दिया. इसी बात को लेकर रोडवेज के कई चालक परिचालकों ने अवध डिपो में प्रदर्शन किया.
रोडवेज चालकों ने किया प्रदर्शन
रोडवेज के चालक रामराज विश्वकर्मा का कहना है कि मजदूरों को पहुंचाने के लिए काफी दूर से चालक परिचालक मोटरसाइकिल से पेट्रोल खर्च करके आते हैं. मजदूरों को घर पहुंचाते हैं, लेकिन इतना सब कुछ करने के बावजूद डिपो के अंदर उनके लिए खाने तक की व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि पीने का पानी भी नहीं मिलता है. कल से ही चालक परिचालक यहां पर जुटे हुए हैं और उन्हें खाना तक नहीं दिया गया. आजकल होटल भी बंद है ऐसे में काफी दिक्कत हो रही है.
कर्मचारियों ने लगाया आरोप
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अवध डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक गोपाल दयाल के पास जब कर्मचारी खाना और पानी न मिलने की शिकायत लेकर पहुंचे तो उन्होंने कोई सहायता करने के बजाय उल्टा सभी को यह कहकर वहां से हटा दिया कि मैं कोई व्यवस्था नहीं कर सकता.
कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि उन्हें धमकी दी जा रही है कि अगर इस समय ड्यूटी नहीं करोगे तो अप्रैल माह का वेतन भी नहीं दिया जाएगा. उनका कहना है कि पहले से ही काफी कम वेतन दिया जा रहा है. संविदा चालक परिचालकों को काफी दिक्कत हो रही है. ड्यूटी के दौरान उन्हें जब खाना -पानी नहीं मिलेगा तो भला ड्यूटी कैसे कर पाएंगे.