लखनऊः स्मार्ट सिटी योजना के तहत लखनऊ का विकास किया जा रहा है. इसके तहत शहर में सीवरेज और ड्रेनेज के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम जल निगम की तरफ से किया जा रहा है. राजधानी के पेपर मिल कॉलोनी-6, रिवर बैंक कॉलोनी, चौक लालबाग सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां पर पाइपलाइन के लिए खोदी गई सड़कें अभी तक पटी नहीं हैं. इसके कारण आए दिन यहां पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं और जाम की स्थिति बनी रहती है. इससे लोगों को काफी समस्या भी होती है.
खुदी पड़ी हैं सड़कें, परेशान है जनता - roads dug to build a smart city
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लगातार सीवरेज और ड्रेनेज का काम किया जा रहा है. इसके लिए राजधानी की सड़कें खुदी पड़ी हैं जिसके कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. राजधानी के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
क्या कहते हैं स्थानीय
राजधानी में सड़कों के बदहाल हाल पर सुरेश सैनी का कहना है कि जिस तरह से जल निगम ने सड़कों की खुदाई कर दी है, आए दिन इन स्थलों पर जाम की स्थिति बनी रहती है. दुर्घटनाएं होती रहती हैं. लोगों ने इसकी कई बार शिकायत की पर अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ. एक वर्ष से यही हाल है. चारों तरफ सड़कें खुदी पड़ी हैं. वहीं, इस बारे में सुरेश कुमार का कहना है कि सीवरेज के लिए खोदी गई सड़कें अभी तक नहीं बनी हैं. इसके कारण लोगों को काफी समस्या होती है. आए दिन यहां पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. गड्ढों में लोग गिर जाते हैं. महिलाओं को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. स्थानीय लोगों को जल निगम व नगर निगम की लापरवाही को लेकर गुस्सा भी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बारे में जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके अग्रवाल का कहना है कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत राजधानी लखनऊ में सीवरेज और ड्रेनेज के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. इस योजना को दिसंबर 2020 में पूरा हो जाना था पर पूरे देश में फैले कोरोना से कारण अब यह काम जून 2021 तक पूरा होगा. निश्चित रूप से जिस तरह से सड़कें खुदी हैं इससे आम जनता को परेशानी होती है. मुख्य सड़कों व चौराहों पर जल निगम ट्रेंचलेस विधि से पाइप लाइन बिछाने का काम कर रहा है पर हर जगह यह इसलिए नहीं संभव है कि इसमें लागत बढ़ जाती है.