लखनऊःलखनऊ-हरदोई राजमार्ग पर बने छोटे-बड़े गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. गड्ढों के कारण सड़क हादसों में लोग अपनी जान गवाने के साथ ही गिर कर घायल भी हो चुके हैं. राजमार्ग पर काकोरी पुल से नीचे उतरते ही बहुत से गहरे गड्ढे हैं, जिसकी वजह से अक्सर दुपहिया वाहन हादसों का शिकार हो रहे है. लेकिन इस समस्या को अनदेखा कर प्रशासन मौन है.
गड्ढों भरे राजमार्ग पर चलना दूभर ही नहीं जानलेवा - नेशनल हाईवे अथॉर्टि
राजधानी में लखनऊ-हरदोई राजमार्ग रोड विभागीय उदासीनता और अनदेखी का शिकार हो रहा है. रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जो वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है.
कागजों तक सिमटा सीएम का आदेश
सूूबे में भाजपा सरकार से लोगों को काफी उम्मीदें थी कि सड़कों और हाईवे की दुर्दशा सुधर जाएगी. मुख्यमंत्री योगी भी सत्ता में आते ही सड़कों को छह माह के अंदर गड्ढा मुक्त करने का दावा किया था. जबकि हकीकत में मुख्यमंत्री का दावा भी कागजों का पेट भरने तक सीमित रह गया. अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है.
कई फीट गहरे गड्ढे हादसो को दे रहे दावत
लखनऊ-हरदोई राजमार्ग रोड विभागीय उदासीनता और अनदेखी का शिकार हो रहा है. रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जो वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है. एक वर्ष से भी अधिक समय से काकोरी पुल से लेकर अंधे की चौकी तक करीब एक किलोमीटर सड़क पर जगह-जगह हुए बने गड्ढों को न तो नेशनल हाईवे अथॉर्टि द्वारा भरे जा रहे हैं और न ही स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रहा है. इस कारण हल्की बारिश में ही भारी वाहनों की आवाजाही के कारण यह गड्ढे खुद कर एक फीट गहरे और तीन-चार फीट लंबे-चौड़े हो गए हो गए हैं. ये गड्ढे चार पहिया, तीन पहिया, दो पहिया वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए मुसीबत बन गए हैं.
जम्पिंग रोड होने से भी हो चुके है हादसे
लखनऊ-हरदोई राजमार्ग के निर्माण के दौरान बरती गई खामियां आज भी दूर नहीं हो पाई हैं. हाईवे पर कई जगह जम्पिंग की समस्या है. सड़कों पर दरारें चल रही है. बता दे कि पूर्व में जम्पिंग रोड के कारण ही दो रोडवेज बसें आपस मे टकरा गई थी, जिसमे कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी मौन
स्थानीय नागरिक नौशाद खान, राजेन्द्र सिंह, फाजिल, ज्ञान सिंह व राहगीर अहसन हनीफ, व इमरान अली कई लोगो ने ईटीवी को बताया कि इन गड्ढों से कई बार हादसे हो चुके हैं. इन गड्ढो में बड़े वाहनों का पहिया जाते ही छोटे से लेकर बड़े वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं, जिससे हादसा हो जाता है. आए दिन कोई न कोई मोटरसाइकिल या तीन पहिया वाहन इन गड्ढो में जाकर पलट जाते हैं. स्थानीय नागरिकों ने बताया कि कई बार हम सभी ने मिलकर इन बड़े और गहरे गड्ढो में मिट्टी और मलबा डाला था. लेकिन कुछ दिन बाद फिर से गड्ढे खुल जाते हैं. वहीं लोक निर्माण विभाग के जेई यह सत्येंद्र यादव ने बताया कि लखनऊ-हरदोई राज्यमार्ग नेशनल हाईवे को स्थानांतरित किया जा चुका है. वर्तमान में कुछ न कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.