लखनऊ: यूपी के कई जिलों में नदियां उफान पर है. ऐसे में रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दु्बे ने बाढ़ के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि यहां पर सैकड़ों गांव और हजारों एकड़ खेती पानी में डूब चुकी है. हजारों मकान जमींदोज़ हो गए हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिस्कुट और ब्रेड तक की व्यवस्था करना आवश्यक नहीं समझ रहा है.
पूर्वांचल में फैली है बाढ़ की विभीषिका, सरकार को फिक्र नहीं: रालोद
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दु्बे ने पूर्वांचल के अधिकतर जनपदों में आई बाढ़ की विभीषिका पर चिन्ता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोरखपुर समेत कई तराई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं.
अनिल दु्बे ने कहा कि हैरत की बात यह है कि प्रदेश सरकार के दो-दो मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके लौटने पर बाढ़ के प्रति किसी प्रकार की चिन्ता न होने का बयान दे रहे हैं. वास्तविक स्थिति यह है कि लॉकडाउन के कारण रबी की फसल लोगों के घरों तक नहीं आ पाई और अब धान की फसल बाढ़ में डूब गई है. देखा जाए तो जन-जन का पेट भरने वाले किसानों को भूखा रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और सत्ता के नशे में लोग चिंता न करने का बयान दे रहे हैं.
रालोद प्रवक्ता ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश की बाढ़ को तत्काल प्रभाव से आपदा घोषित किया जाए और प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाते हुए उनके भोजन और रहने का समुचित प्रबन्ध किया जाए न्होंने कहा कि सरकार मानवता का परिचय देते हुए अपने उत्तरदायित्वों को पूरा करे.