लखनऊः महोबा में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में फरार चल रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर इनामी राशि 25 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई है. 2 सप्ताह पहले ही आईजी बांदा रेंज सत्यनारायण ने इनाम की राशि को बढ़ाने की सहमति दी है. महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी के वायरल वीडियो के बाद संदिग्ध मौत के मामले में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर मुकदमा दर्ज हुआ था. शासन ने उन्हें भ्रष्टाचार में लिप्त होने और कारोबारी को आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने का दोषी बताया था. इसके चलते उन्हें निलंबित भी किया गया. वह करीब 2 महीने से फरार चल रहे हैं. वहीं पहली बार प्रदेश में किसी आईपीएस अधिकारी पर इतनी बड़ी इनाम की राशि घोषित की गई है. वहीं पुलिस फरार आईपीएस को पकड़ने में अब तक नाकाम है.
फरार आईपीएस की संपत्तियों की जांच विजिलेंस को
महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार, तत्कालीन सीओ सिटी समेत एक अन्य पुलिसकर्मी की आय से अधिक संपत्ति की जांच विजिलेंस को सौंपी गई है. शासन के आदेश के बाद विजिलेंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं, तीनों पुलिस अधिकारियों की बेनामी संपत्तियों के अलावा आय के स्रोतों के बारे में भी विजिलेंस जांच कर रही है. इस जांच में आयकर विभाग की भी मदद ली जाएगी. पुलिस अधिकारियों द्वारा हर साल कितना रिटर्न फाइल हुआ है इसकी भी जांच होगी. इन पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों और करीबियों के संपत्तियों की भी जांच हो रही है. वहीं आरोपी के बैंक के खातों की भी पड़ताल का काम विजिलेंस की टीम कर रही है.
आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर इनाम बढ़कर हुआ 50 हजार रुपए
महोबा में चर्चित कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में फरार चल रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर इनाम की राशि 25 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी गई है. मणिलाल पाटीदार करीब दो महीने से फरार चल रहे हैं. प्रदेश में पहली बार किसी अधिकारी पर इतनी बड़ी इनाम राशि घोषित की गई है.
व्यापारी ने लगाए थे गंभीर आरोप
बता दें कि महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने कुछ महीनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार सहित कई पुलिस अधिकारियों पर वसूली आदि के गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद 8 सितंबर को इंद्रकांत त्रिपाठी घायल हालत में मिले. उनके छोटे भाई ने 11 सितंबर को हत्या का आरोप लगाते हुए मणिलाल पाटीदार सहित कई लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. 13 सितंबर को इंद्रकांत की मौत हो गई. जांच के बाद हत्या का मुकदमा आत्महत्या के लिए उकसाने में बदल गया. तब से आरोपी मणिलाल पाटीदार फरार हैं.