लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती(National President Mayawati) प्रदेश में चल रहे पार्टी के सदस्यता अभियान(BSP Membership Campaign) से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. उन्होंने पदाधिकारियों को जो टारगेट दिया था वह टारगेट पूरा नहीं हो रहा है. सदस्यता अभियान में पदाधिकारियों के दिलचस्पी नहीं दिखाने की शिकायतें भी मायावती को मिली हैं. इसी सिलसिले में अब बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक(BSP meeting in meeting) बुलाई है. इस दौरान सदस्यता अभियान में दिलचस्पी न दिखाने वाले पदाधिकारियों की मायावती क्लास लगाएंगी और बेहतर काम करने वालों की प्रशंसा भी करेंगी.
बसपा प्रमुख मायावती ने तीन माह पहले हर विधानसभा में 75 हजार सदस्य बनाने का टारगेट दिया था. तीन महीने बीत गए लेकिन प्रदेश के ज्यादातर जिले टारगेट से काफी पीछे हैं. सदस्य बनाने के लिए भी पार्टी के नेताओं को लोग नहीं मिल रहे हैं. 31 अगस्त को इस अभियान की ही बसपा सुप्रीमों समीक्षा करेंगी. लखनऊ में कुल नौ विधानसभा सीटें हैं. हर विधानसभा में 75 हजार के हिसाब से 6,75,000 सदस्य बनाए जाने थे. सूत्रों के अनुसार अभी तक जिले का आंकड़ा एक लाख तक ही पहुंच पाया है.
गाजियाबाद में पांच विधानसभा सीटें हैं. यहां अब तक 50 हजार सदस्य ही बने हैं. टारगेट के हिसाब से यहां 3,75,000 सदस्य बनाने हैं. बरेली में नौ विधानसभा सीटें हैं ज्यादातर विधानसभाओं में 25-25 हजार सदस्य बन पाए हैं. यह भी टारगेट का एक तिहाई है. कुछ इसी तरह के हालात प्रदेश के अन्य विधानसभाओं में भी है. मायावती को सदस्यता अभियान में की जा रही लापरवाही की शिकायत मिली है इसीलिए उन्होंने प्रदेशभर के पदाधिकारियों को तलब किया है.