लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की ड्यूटी में लापरवाही बरतना अधिकारियों और कर्मचारियों को भारी पड़ गया. लखनऊ में मतदान के लिए तैनात किए गए 85 पीठासीन और मतदान अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. इन सभी की ड्यूटी मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्र में लगाई गई थी, लेकिन पोलिंग पार्टी के रवाना होने के समय यह सभी अनुपस्थित थे. इन सभी के खिलाफ आशियाना थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, 10 मार्च को रमाबाई स्थल पर मतगणना के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं.
बता दे लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों के लिए बीती 23 फरवरी को मतदान हुआ था. यहां मलिहाबाद विधानसभा सीट के रिटर्निंग ऑफिसर हनुमान प्रसाद ने आशियाना थाने में तहरीर दी कि 22 फरवरी को स्मृति उपवन से पोलिंग पार्टी रवाना होनी थी, जिसमें सैकड़ों अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी. मलिहाबाद मतदान के लिए तैनात किए गए 85 पीठासीन अधिकारी व मतदानकर्मी अनुपस्थित हो गए. इसके कारण पोलिंग पार्टी को रवाना होने में देर हो गई.
मतगणना स्थल से 200 मीटर दूर रहेंगे वाहन
विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं. मतगणना के दिन उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से ठोस कदम उठाए गए हैं. ज़िला निर्वाचन अधिकारी ने बताया है कि मतगणना स्थल की 200 मीटर की परिधि में किसी वाहन के आने की अनुमति नहीं होगी. पार्किंग की व्यवस्था मौर्या इंटर कालेज और रैन बसेरे में की गई है. सभी वाहन निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही पार्क किये जाएंगे.