लखनऊ. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Uttar Pradesh Congress Committee) अब नए सिरे से अपने संगठन का स्वरूप तैयार करेगी. संगठन के नए स्वरूप को तैयार करने की जिम्मेदारी सभी 6 प्रांतीय अध्यक्षों को दी गई है. अब सभी प्रांतीय अध्यक्ष अपने-अपने प्रांतों की बैठक कर संगठन की नई रूपरेखा को तैयार करेंगे. साथ ही सुस्त पड़े कार्यकर्ताओं को एक बार फिर से पार्टी को मुख्यधारा से जोड़ने के साथ ही, निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी से मुक्त किया जाएगा. कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद नए सिरे से प्रदेश में भी संगठन में जान फूंकने की तैयारी कर रही है.
पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (State President Brijlal Khabri) ने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद प्रदेश को 6 जोनों में बांटकर उनके प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त कर दिए थे. उसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को देखते हुए आगे की प्रक्रिया को रोक दिया गया था. अब जब मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. इसके बाद से प्रदेश में संगठन को नए सिरे से तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. पार्टी नेताओं का कहना है कि सभी प्रांतीय अध्यक्षों को अपने प्रांत में आने वाले जिलों के संगठन के नए क्लेवर में तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है. इसी कड़ी में लखनऊ के जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्षों को लेकर भी तैयारी तेज हो गई है. ज्ञात हो कि पार्टी के शहर अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह ने बीते दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि पार्टी ने उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं किया. उनके इस्तीफे को होल्ड पर डाल दिया था. अब एक बार फिर से लखनऊ में जिला अध्यक्ष और शहर अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
अवध प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष व कांग्रेस नेता नकुल दुबे ने बीते दिनों अवध प्रांत के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक की थी. जिसमें उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया था कि संगठन में जो भी बदलाव होंगे, उसमें पार्टी के सक्रिय व जिम्मेदार व्यक्तियों को ही जिम्मेदारी दी जाएगी. अब उन कार्यकर्ताओं या नेताओं को अहम पदों पर नहीं रखा जाएगा जो पार्टी को आगे ले जाने के बजाय पीछे ढकेलते रहते हैं. जो लोग जिम्मेदारी मिलने के बाद भी उसका निर्वहन सही से नहीं करते हैं, ऐसे लोगों की समीक्षा कर उन्हें बाहर कर दिया जाएगा.