लखनऊः 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां अभी से तेज कर दी है. इसको लेकर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने की. बैठक में सांसदों को संगठन निर्माण खासकर बूथ मजबूत करने का टास्क दिया गया. 2019 या उससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिन बूथों पर अच्छे वोट नहीं मिले. उन बूथों को जिताने की जिम्मेदारी पार्टी सांसदों को बैठक में दी गई.
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य. बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने पार्टी सांसदों को संगठन निर्माण और बूथ सशक्तिकरण अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. बूथ में और अधिक कार्यकर्ताओं को जोड़ने और हर घर से संपर्क करने का आह्वान किया गया. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय, बीएल वर्मा कौशल किशोर सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे.
भाजपा सांसदों की इस महत्वपूर्ण बैठक में तय किया गया है कि पार्टी के 63 लोकसभा सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में बूथों पर निगरानी करेंगे. जहां पर बीजेपी के सांसद नहीं हैं, वहां की जिम्मेदारी राज्य सभा सांसदों को दी गई है. इसी तरह जहां भाजपा के विधायक नहीं हैं, वहां की जिम्मेदारी विधान परिषद सदस्यों को दी गई है. एक सांसद को 100 बूथ और एक विधायक को 25-25 बूथ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यह सभी सांसद विधायक मिलकर हारे हुए बूथ को मजबूत करके 2024 में बीजेपी को जिताने के लिए काम करेंगे.
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भाजपा सांसदों की बैठक को लेकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ईटीवी से कहा कि 'एक चुनाव समाप्त होता है तो भारतीय जनता पार्टी दूसरे चुनाव की तैयारियों में जुट जाती है. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और हम कार्यकर्ताओं के दम पर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों के आधार पर चुनाव में जाते हैं. इसी के क्रम में भाजपा सांसदों की यह महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. हम उत्तर प्रदेश में 75 लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं. इसी के अनुरूप बूथ मजबूत करने का काम हो या संगठन को अन्य दृष्टि से मजबूत करने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है.