लखनऊ: गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर निकाली गई राज्यों की झांकियों में से उत्तर प्रदेश की झांकी को पहला स्थान मिला है. उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के साथ वहां की सांस्कृतिक विरासत देखने को मिली थी. गुरुवार को खेल मंत्री किरण रिजिजू ने प्रमाण पत्र और ट्रॉफी देकर यूपी की टीम को इसके लिए सम्मानित किया.
केंद्र सरकार की तरफ से मिले प्रमाण पत्र की कॉपी राजपथ पर राम मंदिर की झांकी का जलवा
यूपी के सूचना निदेशक शिशिर ने प्रदेश की ओर से प्रस्तुत की गई राम मंदिर मॉडल की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिलने की जानकारी दी. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया कि इस वर्ष के गणतंत्र दिवस में उत्तर प्रदेश की भव्य झांकी को प्रथम स्थान पाने का गौरव प्राप्त हुआ है. पूरी टीम को दिल से बधाई. इसके साथ ही उन्होंने गीतकार विरेंद्र सिंह का विशेष आभार जताया है.
खेल मंत्री पुरस्कार ग्रहण करते अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल सूचना निदेशक शिशिर ने कहा कि इस तरह की प्रशंसा से काम करने की प्रेरणा मिली है. यूपी को पिछली बार दूसरा स्थान मिला था और इस बार पहला स्थान मिला है.
झांकी में दिखी सांस्कृतिक धरोहर की झलक
26 जनवरी 2021 को 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर आयोजित परेड में शामिल यूपी की झांकी का शीर्षक 'अयोध्या: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत' रखा गया था. इस झांकी में अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल के साथ रामनगरी में होने वाले दीपोत्सव की झलक भी देखने को मिली थी.
इसके साथ ही झांकी में महर्षि वाल्मीकि को रामायण की रचना करते हुए दर्शाया गया था. साथ ही रामनगरी अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली थी. झांकी के अगले हिस्से में महर्षि वाल्मीकि की एक प्रतिमा विराजमान थी. इसके पीछे राम मंदिर का प्रारूप मौजूद था. झांकी में अयोध्या की संस्कृति, परंपरा और कला को दर्शाया गया था.