लखनऊ: दुनिया में तेजी से महामारी का रूप लेता जा रहा कोरोना वायरस भारत में अपने पैर पसार रहा है. जिसको लेकर लगातार भारत सरकार अपने प्रयासों में जुटी हुई है. जिससे कोरोना वायरस का प्रकोप रोका जा सके. वहीं अब इसी कड़ी में धर्मगुरुओं ने भी कोरोना वायरस के चलते लोगों को जागरूक करने का जिम्मा उठाया है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुस्लिम, बौद्ध, जैन, सिंधी और क्रिश्चियन धर्म के धर्मगुरुओं ने कोरोना से लड़ने के लिए लोगों से अपील करते हुए कहा कि सरकार की ओर से जो उपाय बताए गए हैं. उन पर सभी धर्मों के लोग और पूरा देश अमल करें.
लखनऊ: धर्मगुरुओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना वायरस से बचाव का दिया संदेश - कोरोनावायरस सुरक्षा
लखनऊ जिले में कोरोना वायरस के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए सभी धर्मगुरुओं ने एक बैठक की. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में बुधवार को सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की प्रेस क्रॉन्फ्रेंस के जरिए लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक किया और कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं.
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में बुधवार को सभी धर्मों के धर्मगुरुओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस की. राजधानी स्थित ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि कोरोना वायरस एक भयावह रोग है, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है. सरकार की ओर से जो उपाय बताए गए हैं उन पर सभी धर्मों के लोग और पूरा देश अमल करें. जिसे भी खांसी, नजला, जुखाम या बुखार हो वह उसको छुपाए नहीं बल्कि डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
वहीं मौलाना ने सरकार से अपील की है कि मास्क और सैनिटाइजर की ब्लैक मार्केटिंग पर तुरन्त रोक लगाई जाए और उसे कम दामों पर देश की आवाम के लिए उपलब्ध कराया जाए. धर्मगुरुओं ने कहा कि अपनी अपनी इबादतगाहों में अधिक भीड़ ना होने दें और इस दौरान कोई भी जलसा या बड़ा प्रोग्राम ना किया जाए. साथ ही धर्मगुरुओं ने लोगों से अपील की अपने घर मोहल्ले और आसपास में साफ सफाई का विशेष ध्यान भी दिया जाए.