लखनऊ : भारतीय सेना ने जीसीओ, आरओ व अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन कर दिया है. अब इनकी भर्ती परीक्षा में सबसे पहले ऑनलाइन लिखित परीक्षा ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईई) आयोजित की जाएगी. इसके बाद शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को संबंधित यारों द्वारा निर्धारित किए गए स्थानों पर भर्ती रैली के लिए बुलाया जाएगा. जहां वे शारीरिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण और शारीरिक मापक परीक्षण से गुजरेंगे. यह जानकारी आर्मी भर्ती मुख्यालय (उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड) एडीजी मेजर जनरल मनोज तिवारी ने दी. उन्होंने बताया कि इससे पहले की प्रक्रिया में सबसे पहले भर्ती रैली आयोजित की जाती थी. सबसे अंत में लिखित परीक्षा आयोजित होती थी. अब से हुए बदलाव में आखिरी चरण को सबसे पहले कर दिया गया है.
सभी उम्मीदवारों को कराना होगा ऑनलाइन पंजीकरण : मेजर जनरल मनोज तिवारी ने बताया कि उम्मीदवारों को ज्वाइन इंडियन आर्मी (जेआईए) वेबसाइट पर भर्ती के लिए पंजीकरण कराना होगा. इस साल की भर्ती प्रक्रिया 16 फरवरी से शुरू हो चुकी है. पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 मार्च निर्धारित है. पंजीकरण की प्रक्रिया पहले ही की तरह है. उन्होंने बताया कि उम्मीदवार अपने आधार कार्ड या अपने कक्षा 10 के प्रमाण पत्र का उपयोग कर पंजीकरण करा सकते हैं. मेजर जनरल मनोज तिवारी ने कहा कि सभी उम्मीदवारों के डॉक्यूमेंट डीजी लॉकर से वेरीफाई किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि पूरे देश मे कुल 176 स्थानों पर लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. उम्मीदवार अपने नजदीकी किन्हीं पांच जगहों का ऑप्शन देंगे उन्हीं में से किसी एक जगह पर उनका परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में कुल 23 ऑनलाइन परीक्षा केंद्र हैं, ऑनलाइन परीक्षा का नियोजन 17 अप्रैल 2023 को चिन्हित किया गया है.
Recruitment Process in Indain Army : भारतीय सेना ने बदली भर्ती प्रक्रिया, पहले देनी होगी ऑनलाइन लिखित परीक्षा - indian army recruitment process changed
भारतीय सेना (Recruitment Process in Indain Army) ने जीसीओ, आरओ व अग्निवीर की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है. इसके तहत अब आवेदकों को सबसे पहले ऑनलाइन लिखित परीक्षा ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईई) देनी होगी. इसके अलावा उम्मीदवारों को 250 रुपये आवेदन शुल्क भी भरना होगा.
उम्मीदवारों को 250 रुपये शुल्क देना होगा :ऑनलाइन लिखित परीक्षा के लिए प्रत्येक उम्मीदवार ₹500 का शुल्क भी देना होगा. मेजर जनरल ने बताया लिखित परीक्षा के लिए 500 रुपये निर्धारित किया गया है. इसमें से 250 रुपये उम्मीदवार को वहन करना होगा. जबकि 250 रुपये आर्मी की तरफ से दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों का पंजीकरण तभी सफल माना जाएगा. जब उसका भुगतान सफल हो जाएगा और इस चरण में एक रोल नंबर मिलेगा. जिसका उपयोग भर्ती के सभी चरणों में किया जाएगा. इसके अलावा आर्मी की तरफ से “आवेदन कैसे करें” इस पर पूरी प्रक्रिया की एक वीडियो दी गई है जो ज्वाइन इंडियन आर्मी की वेबसाइट और यूट्यूब How to Appear in Online Common Entrance Exam पर उपलब्ध है .
ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा व स्वास्थ्य प्रशिक्षण : मेजर जरनल ने बताया कि ऑनलाइन लिखित परीक्षा में उपस्थित होने के लिए प्रवेश पत्र, परीक्षा शुरू होने से 10 – 14 दिन पहले ज्वाइन इंडियन आर्मी की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे. इसकी सूचना उम्मीदवारों को मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से और उनके ईमेल आईडी पर भी भेजी जाएगी. एडमिट कार्ड पर परीक्षा केंद्र का सम्पूर्ण पता निर्दिष्ट होगा. ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईई) में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के आधार पर शार्ट लिस्ट किए गए उम्मीदवारों को भर्ती रैलियों के लिए नामांकित स्थानों पर बुलाया जाएगा. इसके लिए अलग से एडमिट कार्ड जारी होगा. मेजर जरनल ने बताया कि भर्ती रैलियों की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया हैं. यह पहले की तरह तय एआरओ में आने वाले जिलों में होगा. अंतिम योग्यता, ऑनलाइन लिखित परीक्षा परिणाम और शारीरिक परिक्षण के अंकों के आधार पर पहले की तरह ही होगी. उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में रैली साइट को अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा हैं. उन्हें जल्द ही राज्यव्यापी पंजीकरण तथा पहली और दूसरी डिस्पैच के लिए आवश्यक उम्मीदवारों की संख्या के अनुसार नामित किया जाएगा.
सहायता के लिए मोबाइल नंबर जारी : आर्मी की तरफ से ऑनलाइन प्रक्रिया में कोई भी दिक्कत को दूर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. उम्मीदवारों के किसी भी संदेह को दूर करने के लिए सहायता केंद्र भी स्थापित किया गया हैं. ऑनलाइन परीक्षा से सम्बंधित प्रश्नों के लिए उम्मीदवारों को मोबाइल नंबर 7996157222 द्वारा भी स्पष्ट किया जा सकता हैं. उन्होंने बताया कि इस पूरे बदलाव से भर्ती रैलियों में इकट्ठी होने वाली बड़ी भीड़ भी कम होगी और उसमे प्रशासनिक व्यवस्था भी कम होगी. प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित हो जाएगी. उम्मीदवारों के लिए उपस्थित होना आसान होगा और देश की वर्तमान तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल बनेगा. यह बड़े पैमाने पर दलालों और अनुचित प्रथाओं के खतरे को समाप्त कर देगा जैसे कि पहले की पद्धति में देखा गया था.