लखनऊ : लविवि के मालवीय सभागार में आयोजित वर्कशॉप में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान यौन उत्पीड़न के मामलों में चिंता जताई है. उन्होंने बढ़ते यौन उत्पीड़न के मामलों को रिपोर्टिंग अधिक होना बताया. साथ ही कहा कि इंटरनेट पर बच्चे सही के साथ गलत चीजें भी देखते हैं. इसलिए पैरेंट्स को अधिक ध्यान देने की जरूरत है. साथ ही रेखा शर्मा ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि आज सरकार महिला सुरक्षा के लेकर सजग है, इसलिए मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है.
लविवि में आतंरिक समिति ने कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष अधिनियम-2013 विषय पर सेंट्रल और स्टेट यूनिवर्सिटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के आतंरिक परिवाद समिति के अध्यक्ष तथा सदस्यों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महिला आयोग की रेखा शर्मा शामिल हुईं. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी और सुषमा सिंह भी उपस्थित रहीं. कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि गलत तरीके से इशारे करना, अश्लील गाने गाना भी यौन उत्पीड़न की श्रेणी में आता है. ऐसे मामलों का निस्तारण आंतरिक कमेटी को गंभीरता के साथ करना चाहिए. इसमें किसी तरह से समझौता नहीं होना चाहिए.
यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों के पीछे रिपोर्टिंग
ईटीवी भारत से खास बातचीत में यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों के सवाल पर रेखा शर्मा ने कहा कि इस समय रिपोर्टिंग ज्यादा हो रही है. जबकि पहले ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग नहीं हुआ करती थी. दरअसल पहले लोगों को इस कानून के बारे में जानकारी ही नहीं थी. उन्होंने बताया कि सन 2013 में यौन उत्पीड़न कानून बना है.