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जानिए, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गोद लिए आदर्श गांव की हकीकत

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब विकासखंड के पहाड़पुर गांव को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गोद लिया था. जब ईटीवी भारत की टीम इस गांव में पहुंची, और इस गांव की हकीकत जानने की कोशिश की तो सच्चाई सामने आई.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गोद लिए आदर्श गांव की हकीकत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गोद लिए आदर्श गांव की हकीकत

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Published : Jun 17, 2020, 6:49 AM IST

Updated : Jun 17, 2020, 6:56 AM IST

लखनऊ: मोदी सरकार के सांसदों ने एक-एक गांवों को गोद लिया था. जिनका पूर्ण विकास करना था. बीजेपी सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राजधानी के बख्शी का तालाब विकासखंड के पहाड़पुर गांव को गोद लिया है. राजनाथ सिंह ने आदर्श ग्राम योजना के तहत साल 2019-20 के लिए इस गांव को गोद लिया है. इस योजना के तहत गांव का विकास कराने के साथ-साथ, गरीब परिवारों को उबारने के लिए विशेष कार्ययोजना पर काम किया जाना शामिल किया गया है. ईटीवी भारत की टीम इस गांव में पहुंची और इस आदर्श ग्राम योजना की हकीकत जानने की कोशिश की.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गोद लिए आदर्श गांव की हकीकत

आदर्श ग्राम योजना की हकीकत

गांव की हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत ने गांव के पूर्व प्रधान से बात की तो सच्चाई सामने आई. पूर्व प्रधान राजेश तिवारी ने बात करते हुए बताया कि गांव के विकास के लिए पंचायत गांव में दो कच्चे रास्तों पर इंटरलॉकिंग टाइल्स और दो रास्तों पर सीसी रोड बनाए जाने की कार्ययोजना बनाई गई थी. वहीं घरों तक पानी की सप्लाई के लिए पानी की टंकी और नलकूप बनाए जाने के साथ ही गांव में 16 छोटी लाइटें लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था. राजेश ने बताया कि ग्राम पंचायत निधि से गांव में 1 सीसी रोड बनवाई गई है. लेकिन जो कार्य प्रस्तावित किए गए थे, उसमें से एक भी कार्य नहीं कराए गए हैं. पानी की टंकी और नलकूप बनाए जाने के लिए जमीन तक चिन्हित कर ली गई थी, लेकिन अभी तक वहां कार्य शुरू नहीं हुआ है.

अभी भी कच्चे मकान में रह रहे लोग

पूर्व प्रधान ने बताया कि गांव में अभी भी करीब 41 से अधिक गरीब परिवार ऐसे हैं, जो कच्चे आवास में रह रहे हैं. इनके लिए भी कोई पहल नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि सांसद ग्राम योजना में चयनित इस गांव में कोई भी कार्य धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा है. राजेश तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत में इस समय 5 स्वयं सहायता समूह कार्यशील हैं. इन सभी समूहों के लिए ग्राम पंचायत की तरफ से 15-15 हज़ार रुपये भी मिले हैं.

मनरेगा कार्यों पर है मुख्य फोकस

जिले के मुख्य विकास अधिकारी और सांसद ग्राम योजना के प्रभारी मनीष बंसल से जब ईटीवी भारत ने बात की, तो उन्होंने कहा कि जो भी कार्य लंबित पड़े थे उनको फिर से शुरू कराया गया है. उन्होंने बताया कि इस समय मुख्य फोकस मनरेगा के कार्यों पर है. मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी बताया कि लॉकडाउन के समय में कुछ काम रुके हुए थे, लेकिन आने वाले समय में इन कार्यों को फिर से शुरू कराया जा रहा है.

Last Updated : Jun 17, 2020, 6:56 AM IST

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