लखनऊ:योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. आज देश में छठा इंटरनेशनल योगा दिवस मनाया गया. इस दौरान जगह-जगह योग के सेशन कराए गए, जिससे लोग अपने आपको स्वस्थ रख सकें. योग दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने राजधानी लखनऊ में जेल का रियलिटी चेक किया और जाना कि कैसे जेल में कैदियों को योगा कराया जा रहा है.
जेल में योग प्रशिक्षण की सुविधा
लखनऊ जेल में बंद कैदियों ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से बीमार और जरूरतमंद कैदियों के लिए योग प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. कैदियों ने बताया कि वे निरंतर योगा करते हैं, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे. उन्होंने बताया कि योग से उनकी कई गंभीर बीमारियां ठीक हो चुकी हैं. योग करने से मन एकाग्र रहता है. वहीं इम्यूनिटी सिस्टम में भी बढ़ोतरी होती है. जो कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए काफी फायदेमंद है.
कोरोना काल में योग का सहारा
कोरोना संक्रमण के दौर में जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को योग कराया जा रहा है, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे और कोरोना संक्रमण से लड़ा जा सके. कैदियों ने बताया कि योग करने से उनका तनाव काफी कम हो जाता है. जेल में कैदी ज्यादातर डिप्रेशन का शिकार होते है. इस दौरान योग डिप्रेशन को कम करने में काफी मदद करता है.