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Budget 2023 : बजट का सीएम योगी ने किया स्वागत, राजनीतिक दलों ने कही ये बात - केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट (Budget 2023) पेश किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट का स्वागत किया है, वहीं तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं.

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Published : Feb 1, 2023, 7:53 PM IST

Updated : Feb 1, 2023, 9:01 PM IST

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश किए गए बजट का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि 'वर्तमान केंद्रीय बजट गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग की आशाओं और राष्ट्र के समग्र उत्थान की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला बजट है.' उन्होंने कहा कि 'मैं आजादी के अमृत काल में प्रस्तुत 'विकसित भारत' के संकल्प को पूर्ण करते सर्वसमावेशी और लोक-कल्याणकारी केंद्रीय बजट 2023-24 का स्वागत करता हूं. निःसंदेह, यह बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. आज प्रस्तुत हुए आम बजट 2023-24 में 'नए भारत' की समृद्धि का संकल्प है, 130 करोड़ देशवासियों की सेवा का लक्ष्य है.'

वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 'आजादी के “अमृतकाल” के आम बजट 2023-24 सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, गरीबों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं सहित समाज के हर वर्ग के हितों को पूरा करने वाला बजट है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार एवं अभिनंदन व्यक्त किया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि इसमें 130 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं और हितों को ध्यान में रखा गया है. भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया बजट 2023 में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के स्वप्न को पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.'

अखिलेश यादव ने बजट को लेकर किया ट्वीट : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बजट पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि 'भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है, पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी. भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है. किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुंचाने के लिए बनता है.'

'आम जनता को ध्यान में रखकर पेश करना था बजट' :बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार के आम बजट को निराशाजनक बताया है. मायावती ने कहा है कि 'सरकार की संकीर्ण नीतियों व गलत सोच का सर्वाधिक दुष्प्रभाव उन करोड़ों गरीबों, किसानों व अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है जो ग्रामीण भारत से जुड़े हैं और असली भारतीय कहलाते हैं, सरकार उनके आत्म-सम्मान व आत्मनिर्भरता पर ध्यान दे. जिससे आमजन की जेब भरे व देश विकसित हो.

राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

'ये बजट पूरी तरह से किसान, युवा, महिला तथा छात्र विरोधी है' : आम बजट पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि 'यह बजट पूरी तरह मध्यम वर्ग, श्रमिक, किसान, युवा, महिला तथा छात्र विरोधी है. भाजपा के पूर्व के जुमलों पर एक बार फिर बजट के माध्यम से जुमले का पर्दा डालने का मात्र प्रयास है. बजट पूरी तरह आम जनता के हितों पर कुठाराघात और छलावा है.' उन्होंने कहा कि 'यह चुनावी बजट है, किसानों के लिए कुछ नहीं है किसानों की एमएसपी की बात नहीं की है. रेलवे को पूरी तरह नज़र अंदाज किया गया है. आधे से ज्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है. टैक्स स्लैब में बदलाव अच्छा, लेकिन सरकार बताएं कि गरीब, किसान, बेरोजगारों को क्या दिया गया है.' प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 'इस बजट से आम जनता की जो उम्मीदे थीं वह धूल में मिल गईं. महंगाई, शिक्षा, चिकित्सा, किसानों की समस्याएं जस की तस हैं. बजट में कुछ भी उनके लिए नहीं रखा गया है. कुल मिलाकर यह बजट युवा, महिला, बेरोजगार, किसानों एवं मध्यम व निर्धन वर्ग को महज एक सपना दिखाने जैसा है. बजट पूरी तरह खोखला और आम जनता के साथ धोखा है.'

'आम आदमी को सिर्फ धोखा मिला' :कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि 'इस साल के बजट ने फिर से देशवासियों को निराश किया है. भारतीय जनता पार्टी के इस अमृत काल बजट में देश के युवाओं, किसानों, महिलाओं और आम आदमी को सिर्फ धोखा मिला है. युवाओं को उम्मीद थी कि 2 करोड़ प्रतिवर्ष नौकरी का झांसा देने वाली सरकार खाली पड़े केंद्र के 65 लाख पदों की भर्ती पर कुछ करेगी, लेकिन कोई प्रबंध नहीं, किसान भाजपा सरकार की गलत नीतियों और वादाखिलाफी से मारा जा रहा है. इस बजट में भी उसे धोखा मिला. सरकार के आखिरी बजट में देश के लोगों को बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन सिर्फ निराशा हाथ लगी है. हवाई अड्डे निर्माण की बात हो रही, लेकिन लोगों की आय कैसे बढ़े, जो बेरोजगार हो गए, जिनकी नौकरियां चली गईं उनको कैसे रोजगार मिले इस पर कोई भी इंतजाम नहीं है. इस झूठ के पुलिंदे में सिर्फ सरकारी उद्योगपति मित्रों को बचाने की तैयारी है.'

बजट को लेकर समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर साधा निशाना : समाजवादी पार्टी ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताया है. समाजवादी पार्टी के विधायक व प्रवक्ता रविदास मेहरोत्रा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 'जन सामान्य और विशेष कर किसानों-नौजवानों तथा व्यापारी वर्ग को जो उम्मीदें थीं, उन पर पानी फिर गया है. गरीब मध्यम वर्ग परेशान है, भाजपा को उनकी कोई चिंता नहीं है.' उन्होंने कहा कि 'भाजपा सरकार में काम कारोबार सब चौपट हो गया है. ऐतिहासिक मंदी, लाखों को खा गई. आम जनता की आमदनी घट गई. बीमारी में बैंकों में जमा सारी बचत निकल गई अब लोगों की जेब काटने के लिए भाजपा का एक और बजट आ गया है. उत्तर प्रदेश से भाजपा के दुःखदायी युग का अंत शुरू हो रहा है.' सपा प्रवक्ता ने कहा कि 'जनता महंगाई से परेशान है, लेकिन इस बजट में राहत नहीं है. केन्द्र की भाजपा सरकार को चिंता सिर्फ बड़े पूंजी घरानों की रहती है, उसकी सारी नीतियां उसके हित की ही बनती हैं.'

राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल

'बजट मध्यम वर्ग के लोगों के लिए धोखा' : राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहा कि 'यह बजट मध्यम वर्ग के लोगों के लिए धोखा है. बजट की पूरी योजना सरकार के खास चंद उद्योगपतियों पर ध्यान केंद्रित करके तैयार की गई है. आम आदमी की जेब खाली की खाली ही रही.' श्री अग्रवाल ने कहा कि 'भाजपा केंद्र में लंबा कार्यकाल पूरा कर चुकी है, आज तक इनका कोई भी बजट जनहित में नहीं रहा है, महंगाई दर नियंत्रण से बाहर है. इन्होंने कर्ज में डूबे उन किसानों की भावनाओं का अपमान किया है जो बजट से राहत की उम्मीद लिए बैठे थे.' प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहा कि 'लघु उद्योगों के लिए बजट में एक लाइन की भी चर्चा नहीं है, खुद को व्यापारियों का हितैषी कहने वाली भाजपा सरकार अपने बजट में महामारी और अन्य कई कारणों से त्रस्त व्यापारी वर्ग को राहत देने में आज फिर असफल हुई है. देश की पूंजी और अर्थव्यवस्था चंद उद्योगपति समेट रहे हैं.' रोहित अग्रवाल ने कहा कि 'इस बजट के जरिए 2024 के लोकसभा चुनाव में सरकार अपनी नाकामी पर पर्दा डालना चाहती है, लेकिन इनके खेल को जनता बेहतर समझ चुकी है, अब और जुमलेबाजी नहीं चलेगी.' उन्होंने कहा कि 'इनके कार्यकाल में बजट आते रहे, ये दोगुनी आय का वादा करते रहे, लेकिन इनकी सरकार में मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग में पहुंच गया है.'

'भारत को विकासशील बनाएगा बजट' :बजट को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय चौधरी ने कहा कि 'यह आम बजट देश को विकासशील से विकसित देशों की श्रेणी में ला देगा. वित्त मंत्री की यह कोशिश सफल है. युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों, मध्यमवर्ग, गरीब व्यक्ति सभी के लिए कुछ ना कुछ है. मध्यमवर्ग को आयकर में बड़ी छूट दी गई है.' उन्होंने बताया कि 'निश्चित तौर पर मध्यम वर्ग के लिए इतनी बड़ी राहत है जिसका लंबे समय से इंतजार था. बुजुर्गों के लिए बचत की सीमा में छूट. इसी तरह से महिलाओं के लिए भी अनेक तरह की छूट का प्रावधान किया गया है. यह बजट भारत को विकासशील बनाएगा.'

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Last Updated : Feb 1, 2023, 9:01 PM IST

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