लखनऊ. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान (Samajwadi Party Senior Leader Azam Khan) को हेट स्पीच मामले में रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया है. आजम खान ने लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) व रामपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह को लेकर आपत्तिजनक भाषण दिए थे. जिसको लेकर रामपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने गुरूवार को उन्हें दोषी करार दिया है. इस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी ने कहा कि आजम खान को दोषी करार दिया गया है तो कोर्ट के इस फैसले का पार्टी सम्मान करती है, लेकिन सरकार से दोहरे मापदंड को लेकर समाजवादी पार्टी सवाल भी पूछ रही है. समाजवादी पार्टी ने पूछा है कि भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं के भड़काऊ भाषण स्पीच के मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की गई. सरकार की तरफ से न्यायालयों में चार्जशीट दाखिल करने के बजाय क्लोजर रिपोर्ट लगाई गई. सिर्फ सत्तापक्ष से जुड़े नेताओं को बचाने का काम किया गया और विपक्ष से जुड़े नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कराई जा रही है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि आजम खान के मामले में अदालत का जो भी फैसला है आया है हम उसका सम्मान करते हैं, लेकिन हम उत्तर प्रदेश की सरकार से पूछना चाहते हैं कि सत्तापक्ष से जुड़े लोगों ने नफरत के भाषण दिए. उनके खिलाफ मुकदमे लिखे गए. उन मुकदमों में क्यों चार्जशीट दाखिल नहीं की गई? क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई सिर्फ विपक्ष के नेताओं के खिलाफ. हम सरकार से पूछना चाहते हैं आखिर यह दोहरा मापदंड कब तक चलेगा.
आजम खान को सजा होने के मामले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि हमेशा से ही आजम खान के बयान जहरीले और समाज विरोधी रहे हैं ऐसे में यह फैसला स्वागत योग्य है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यह बयान आजम खान को सजा होने के कुछ देर बाद ट्विटर के माध्यम से जारी किया है. प्रयागराज में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले रहे उप मुख्यमंत्री ने अपने इस बयान में कहा है कि मोहम्मद आज़म खान मामले में माननीय न्यायालय के आदेश का स्वागत है, लोकतंत्र में राजनीतिक विचार अलग अलग है. तब भी सार्वजनिक जीवन के व्यक्ति को भाषा की मर्यादा बनाए रखना चाहिए.