लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की गैंगरेप पीड़िता की दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह मौत हो गई. पीड़िता की मौत के बाद अब मामले पर राजनीतिक भी तेज हो गई है. एक के बाद एक राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर लिखा है कि 'यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद है. सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग.' बसपा सुप्रीमो ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.
वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी हाथरस घटना पर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है. अपने ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने लिखा है कि 'हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही. हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है. यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है. महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है. अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं. इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. योगी आदित्यनाथ उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं.'
कांग्रेस के ही प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी इस मामले को उत्तर प्रदेश पर कलंक बताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 'दिल्ली के अस्पताल में जिदंगी की जंग हार गई हाथरस की बेटी. 14 सितंबर से इलाजरत थी. पुलिस ने 8 दिन बाद गैंगरेप की धारा जोड़ी क्योंकि आरोपी विशेष जाति वर्ग के थे. जो हैवानियत हाथरस की बेटी के साथ हुई है, यह उप्र पर कलंक है. यह कैसा रामराज्य है? जहां बेटियां सुरक्षित नहीं.' आगे उन्होंने लिखा है 'मुख्यमंत्री जी संवेदनशीलता और नैतिकता बची हो तो इस्तीफा दें.'